संजय पराशर ने डाडासीबा व परागपुर में शुरू की निशुल्क ईसीजी टेस्ट की सुविधा

प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्रों में करवा सकते हैं ब्लड व शुगर के भी फ्री टेस्ट

उज्जवल हिमाचलज। डाडासीबा

कैप्टन संजय ने परागपुर व डाडासीबा में निशुल्क ईसीजी टेस्ट की सुविधा शुरू कर दी है। पराशर द्वारा इन दो स्थानों पर खोले गए प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्रों में स्थानीय वासी फ्री में ब्लड व शुगर के टेस्ट भी करवा सकते हैं। डाडासीबा व परागपुर में मशीनें लगा दी गई हैं और अब तक 34 मरीज ईसीजी टेस्ट सुविधा का लाभ ले चुके हैं। वहीं, संजय ने कहा है कि शीघ्र ही जसवां-परागपुर क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के टेस्ट करवाने के लिए एक क्लीनीकल लैब खोलने पर भी विचार चल रहा है। टेस्ट करवाने के बाद चिकित्सक जो दवाईयां मरीजों को बताएगें, वो जन औषधि केन्द्रों में निशुल्क उपलब्ध करवाई जाएंगी। दरअसल क्षेत्र की जनता के साथ हमेशा सुख-दुख में खड़े रहने वाले कैप्टन संजय जब पिछले दिनों गांवों में मृतक व्यक्तियों की शोक सभा में शामिल हुए तो उन्हें यह बात पता चली कि अधिकतर मौतें हृदयाघात के कारण हुई थीं। इसके बाद संजय ने निर्णय लिया कि स्थानीय वासियों को शुगर, ब्लड प्रेशर व ईसीजी की निशुल्क सुविधा घर-द्वार पर ही उपलब्ध करवाई जाए।

इसके बाद पीरसलूही अस्पताल में पराशर ने ईसीजी मशीन दान दी तो अब परागपुर और डाडासीबा में फ्री ईसीजी टेस्ट की सुविधा शुरू कर दी है। दीगर बात है कि ईसीजी, शुगर व बीपी के टेस्ट सामान्य तौर पर किसी व्यक्ति के शरीर से जुड़ी बीमारियों को लेकर काफी कुछ बता देते हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी सुविधाओं का अभाव होने से लोग चाहकर भी ऐसे टेस्ट करवाने में असमर्थ होते हैं। ऐसे में जसवां-परागपुर में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बड़ा काम कर रहे पराशर ने क्षेत्रवासियों को बड़ी सौगात दी है। पराशर द्वारा आयोजित स्वास्थ्य शिविरों में अब तक 1245 लोग शुगर, ब्लड प्रेशर और ईसीजी के टेस्ट करवा चुके हैं। ईसीजी इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम टेस्ट आमतौर पर दिल तक रक्त पहुंचाने वाली रक्त वाहिकाओं में परेशानी, ऑक्सीजन की कमी, नसों का ब्लॉकेज, टिशूज की असामान्य स्थिति, सीने में तेज दर्द या सूजन, सांस लेने में तकलीफ, हार्ट अटैक के लक्षणों और दिल से जुड़ी अन्य समस्याओं का पता लगाने के लिए किया जाता है।

सही मायनों में इसी टेस्ट के बाद दिल की बीमारी से जुड़े लक्षणों का पता चल जाता है और मरीज का समय पर इलाज भी शुरू हो जाता है। बेशक अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी जीवनशैली में बदलाव व खान-पान की गलत आदतों से कई लोगों में दिल से जुड़े रोग सामने आ रहे हैं। बावजूद गांवों में ऐसी स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है और यहां कहीं ऐसी सुविधा भी है, वहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी है। कई ग्रामीण भी अतिरिक्त समय व धन खर्च होने के डर से यह टेस्ट नहीं करवाते हैं। जबकि चिकित्सकों का कहना है कि ऐसे टेस्ट नियमित अंतराल के दौरान हर आदमी को करवाने चाहिए। इसी को ध्यान में रखते हुए कैप्टन संजय ने निर्णय लिया है कि शुगर, ब्लड प्रेशर व ईसीजी के टेस्ट बिना कोई पैसा खर्च किए हों। संजय का कहना है कि ग्रामीण पूरी तरह से स्वस्थ रहें और उनका जीवन खुशहाल रहे, इसकी वह मंगल कामना करते हैं। बताया कि क्लीनीकल लैब के खोलने पर भी बात चल रही है और क्षेत्रवासियों की दिल से संबंधित बीमारियों के टेस्ट करवाए जाएंगे।