एनएचएम कर्मचारियों ने सरकार को भेजी मांगों की फेहरिस्त

पूजा शांडिल्य। ऊना

एनएचएम व स्वास्थ्य विभाग समिति अनुबंध कर्मचारी संघ की जिला इकाई ने प्रदेश सरकार को अपनी मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा है। कर्मचारियों ने यह ज्ञापन वीरवार को सदस्य राज्य स्वास्थ्य समिति हिमाचल प्रदेश के सदस्य राज कुमार पठानिया को सौंपा।

अपनी चिर लंबित मांग के बारे में अवगत करवाते हुए संघ के एनएचएम कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष गुलशन कुमार, संयुक्त सचिव गीतू गौतम, प्रेस सचिव आरती शर्मा और कोषाध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न पदों जिनमें आरबीएस के कार्यक्रम डॉक्टर्स, टीबी कार्यक्रम सुपरवाइजर, डाटा एंट्री ऑपरेटर्स, लैब टेकनिशियन, लैब सुपरवाइजर, ड्राईवर, आरबीएस के फार्मासिस्ट, एएनएम, एनएचएम स्टाफ नर्स, डाटा एंट्री ऑपरेटर्स, अकाउंटेंट, आईडीएसपी कार्यक्रम के 1700 कर्मचारी पिछले करीब 20 वर्ष सेवाएं से देते आ रहे हैं।

अधिकतर कर्मचारी 40 वर्ष कि आयु सीमा भी पार कर चुके हैं। लेकिन आज दिन तक एनएचएम एवं स्वास्थ्य विभाग समिति अनुबंध कर्मचारियों को न तो समान काम समान वेतन का लाभ दिया गया न ही नियमितीकरण के लिए कोई भी कदम पिछली सरकारों के द्वारा उठाया गया है, जिसकी वजह से आज सब कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय बना हुआ है।

हरियाणा सरकार द्वारा एनएचएम एवं स्वास्थ्य विभाग समिति अनुबंध कर्मचारियों को पहली अप्रैल, 2018 से रेगुलर पे स्केल दिया जा रहा है और पंजाब सरकार के द्वारा एनएचएम के कर्मचारियों को सालाना वेतन वृद्धि के साथ कोविड-19 में अहम रोल अदा होने के कारण 12 फीसदी अतिरिक्त वेतन वृद्धि की गई है, जो अपने आप में एक एतिहासिक निर्णय है।

उन्होंने कहा कि सब कर्मचारी राज कुमार पठानिया से आशा करते हैं कि 30 मई को वाली राज्य स्तरीय बैठक में वे कर्मचारियों की इस मांग को मुख्यमंत्री के समक्ष प्रमुखता से उठाएंगे। वहीं, हरियाणा सरकार की तर्ज पर या पंजाब सरकार की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश के समस्त एनएचएम एवं स्वास्थ्य विभाग समिति अनुबंध कर्मचारियों को भी लाभांवित कर प्रोत्साहित करेंगे और हिमाचल प्रदेश के समस्त एनएचएम कार्मचारी सरकार के सदैव आभारी रहेंगे।