70 वर्षों से नहीं पानी की समस्या का काेई स्थायी हल, परेशान

शैलेश शर्मा। चंबा

चंबा मुख्यालय में दो-दो छोटी बड़ी नदियों के होने के बाबजूद यंहा के लोगों को पानी की समस्या को लेकर रोजाना दो चार होना पड़ता है। वैसे तो राज्य सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़कें और पानी को लेकर बड़े-बड़े दावे करती नहीं थकती है, पर हकीकत में देखा जाए, तो यह वास्तविकता इससे कहीं कोसों दूर दिखाई देती है। अगर हम बात करे चंबा मुख्यालय से मात्र साढ़े चार किलोमीटर दूर चम्बा पठानकोट मुख्यमार्ग की तो बालू के पास कुछ एक ऐसे घर देखने को मिले जंहा पर पिछले 70 वर्षों से पानी की समस्या बनी हुई है। वहां के स्थानीय लोग दूसरे के घरों में लगाए गए बोर से मिलने वाले पानी से अपना गुजर बसर करने को मजबूर है और यह लोग इस पानी की समस्या के निदान करवाने की मांग कर रहे है।

यह है चंबा मुख्यालय का दूसरा पॉश क्षेत्र जिसका की नाम बालू है। यह मुख्यालय से मात्र साढ़े चार किलोमीटर की दुरी लिए हुए है। वैसे तो इस पॉश क्षेत्र में कई सारे घर है पर यंहा 10 से 15 घर ऐसे हैं, जहां पिछले कई वर्षों से विभाग द्वारा पानी की एक बूंद भी नहीं मिल पा रही है। बताते चले कि यह लोग अपने पड़ोसी से जिन्होंने कि पानी को लेकर बोर करवाया हुआ है, उसके यंहा से पानी की पाईप लगाकर पानी की आपूर्ति की जा रही है। मुख्या मार्ग पर बालू के पास यह बजुर्ग दंपति जो कि दोनों अस्तमा और कैंसर जैसी बिमारी से ग्रस्त है।

इन लोगों ने मीडिया को अपनी दुःख भरी दस्ता को सुनाते हुए कहा कि उनका यह घर करीब 100 साल पुराना है और वह यंहा बचपन से ही रह रे है। 74 वर्षीय सुनील सोहन लाल का कहना है कि उनके घर नलका तो है, पर पानी नहीं है। वह पड़ोसी जिन्होंने कि पानी का बोर करवाया हुआ है, उनके घर से पानी को लाकर गुजारा कर रहे हैं। इन बजुर्ग का कहना है कि इस इलाके में 15 से 20 घर ऐसे हैं, जहां पानी बिलकुल भी नहीं आता है। इस दंपति बजुर्ग ने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से अपने यंहा जल्द से जल्द पानी मुहय्या करवाने की मांग की है।

उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि उनको यंहा पर रहते हुए 15 साल हो चुके हैं, पर यहां पर पानी नहीं है, पर इसके पीछे सौ मीटर पर पानी है। उन्होंने कहा कि हमने पानी का कुनेक्शन भी लगवाया था पर पानी नहीं आता है, जिसके चलते उन्होंने जमीन से पानी निकले बोर करवाया था। उनका कहना है कि इसके आगे घर जिनके यंहा पर भी पानी नहीं आता है, वह भी यंही से पानी को लेकर जाते हैं। यहीं रह रही एक अन्य महिला बीना देवी का भी यही कहना है कि हम लोगों को यंहा पानी की बहुत मुश्किल है, यहां पर पानी बिलकुल भी नहीं आता है, वह अपने लिए पानी को यही खड़ बगेरा से लेकर आते है।

Comments are closed.