शिमला जिला परिषद: कांग्रेस आउट आफ ट्रैक, बीजेपी भी नदारद, लटकी चेयरमैनशिप

माकपा के तीनों सदस्यों ने दिखाई पहली मीटिंग में मौजूदगी

आरपी नेगी। शिमला

जिला परिषद शिमला की कुर्सी पर दावेदारी जताने वाली कांग्रेस आज खुद ही ट्रैक से बाहर होती नजर आई। जिला प्रशासन ने वीरवार को चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के चुनाव केलिए बैठक तय की थी, लेकिन कांग्रेस और भाजपा समर्थक एक भी सदस्य नदारद रहे। जबकि मात्र तीन सदस्यों वाली माकपा ने अपनी ताकतदिखाते हुए मीटिंग में मौजूदगी दिखाई। उल्लेखनीय है कि जिला परिषद शिमला में 12 सदस्य कांग्रेस, 3 माकपा, 6 बीजेपी और तीन सदस्य निर्दलीय हैं।

अब 11 फरवरी को होगी अगली बैठक

हालांकि कांग्रेस को ही चेयरमैनशिप मिलनी है, लेकिन पहली बैठक में कोरम पूरा नहीं होने से औपचारिकताएं पूरी नहीं हो पाई। ऐसे में अब अगली बैठक 11 फरवरी को होगी,जिसमें कम से कम 13 सदस्यों की हाजिरी अनिवार्य है। जिला परिषद शिमला के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष चुनाव के लिए आयोजित बैठक में कोरम न पूरा होने के कारण वीरवार को बैठक को स्थगित किया गया। डीसी शिमला आदित्य नेगी ने बताया कि अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पदों के लिए होने वाले चुनावों की पहली बैठक में कुल सदस्यों में से दो तिहाई सदस्यों का उपस्थित होना अनिवार्य था, जिसमें से आज सिर्फ तीन जिला परिषद सदस्य ही शामिल हो सके जबकि 16 सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य थी। उन्होंने बताया कि जिला परिषद के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पदों के चुनाव के लिए अगली तारीख 11 फरवरी निर्धारित की गई है, जिसके लिए बैठक में साधारण बहुमूत होना आवश्यक है।

चंद्रप्रभा और प्रभा वर्मा में कुर्सी की जंग

जिला परिषदशिमला में इस बार चेयरमैन की कुर्सी महिला के पास होगी। पंचायतीराजविभाग द्वारा पहले से ही तय रोस्टर के मुताबिक यहां इस बार महिला को अध्यक्ष पदमिलेगा। प्राप्त जानकारी के मुताबिकजिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष चंद्रप्रभा नेगी औरशिमला ग्रामीणविधानसभा क्षेत्र से संबंध रखने वाली प्रभा वर्मा में से किसी एक को अध्यक्ष की कुर्सी मिल सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के आवास होलीलॉज और कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में मंथन चल रहा है।