हिमाचल : 69 राष्ट्रीय उच्च मार्गों का नहीं कोई नामोनिशान : आप

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

4312 किलोमीटर लंबाई के 69 नेशनल उच्च मार्गों की घोषणा 2015 में केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने की थी। उक्त सड़कों के लिए 30000 करोड़ रूपए खर्च किए जाने की बात कही गई थी। हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य के लिए उक्त घोषणा का सूबे की जनता ने बहुत जोश और उत्साह के साथ स्वागत किया था और 2017 में विधानसभा और फिर 2019 के लोकसभा चुनावों में जुनून के साथ भाजपा के पक्ष में अप्रत्याशित मतदान किया था। परंतु छः साल बीत चुके हैं और धरातल पर कहीं भी इन राष्ट्रीय राजमार्गों का नामोनिशान दिखाई नहीं देता है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश की जनता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है।


यह बात आम आदमी पार्टी के राज्य प्रवक्ता कल्याण भंडारी ने कांगड़ा से जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में कही। भंडारी ने विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि अभी तक इन राष्ट्रीय राजमार्गों की विस्तृत कार्ययोजना रिपोर्ट ही नहीं बन पाई है। आरटी आई से प्राप्त सूचना अनुसार 58 नेशनल हाईवेज की ड्राफ्ट अलाइनमेंट रिपोर्ट 2020 में अप्रैल व नवंबर में केन्द्रीय ट्रांसपोर्ट व हाईवेज मंत्रालय को स्वीकृति के लिए भेजी गई है जिसकी प्रतीक्षा की जा रही है। स्वीकृति प्राप्ति के पश्चात ही फीजिबिलिटी रिपोर्ट और डीपीआर जमा हो पायेगी। लिहाजा निकट भविष्य में उक्त सड़कों के निर्माण को लेकर असमंजस बरकरार है। अनावश्यक विलम्ब से निर्माण कार्य पर होने वाले खर्च में बेतहाशा वृद्धि होगी। “आप” प्रवक्ता ने भाजपा पर राज्य की भोलीभाली जनता को नाना प्रकार के जुमलों की भारी बरसात कर ठगने का सियासी आरोप लगाया और कहा कि 2022 के विधानसभा चुनावों में सूबे के मतदाता हिसाब चुकता करने की फिराक में इन्तजार कर रहे हैं।