अस्पताल में डॉक्टरों की कमी, मरीज हो रहे परेशान

विनय महाजन। नूरपुर

200 विस्तर वाले नूरपुर अस्पताल में कई विशेषज्ञों के पद काफी वर्षो से रिक्त चल रहे हैं। जिनमें त्वचा रोग ,नेत्र रोग ,महिला रोग विशेषज्ञ के अलावा रेडियोलॉजिस्ट के बाद प्रमुख हैं। हालांकि इस दौरान महिला रोग विशेषज्ञ प्रसूति स्पेशलिस्ट की अनेकों बार यहां नियुक्ति हेतु आर्डर हो चुके हैं, लेकिन सिविल अस्पताल नूरपुर में कोई ज्वाइन करने आज तक नहीं पहुंचा है। वहीं कुछ दिन पहले पुनः त्वचा रोग व महिला रोग विशेषज्ञ के आर्डर सरकार द्वारा जारी किए गए हैं, लेकिन अभी तक कोई भी विशेषज्ञ यहां पद ग्रहण करने नहीं आया है।

बरसात के दिनों में त्वचा संबंधी समस्याएं ज्यादा होती हैं। क्षेत्र में सुलयाली आयुर्वेदिक हस्पताल में तैनात त्वचा रोग डॉ ही क्षेत्र में उपलब्ध है। हालांकि कुछ वर्ष पूर्व उक्त डॉ को 3 दिन कंडवाल में अपनी सेवाएं देने हेतु नियुक्त किया गया था। जिससे जसूर क्षेत्र की 15 से 20 पंचायतों को लाभ पहुंचता था, लेकिन गत 3 वर्षों से उनकी यहां डेपुटेशन की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। उधर रेडियोलॉजिस्ट व महिला रोग विशेषज्ञ ना होने से गर्भवती महिलाओं को निजी अस्पतालों में लुटने को विवश होना पड़ रहा है। गौरतलब है कि डॉक्टर गर्भवती महिलाओं को दो से तीन बार गर्भ में बच्चे की ग्रोथ को जानने के लिए अल्ट्रासाउंड करवाने की सलाह देते हैं।

हर बार गर्भवती परिवार के परिजनों को निजी अस्पतालों में जेब ढीली करनी पड़ती है। इसमें गरीब व बीपीएल परिवारों को ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती है क्योंकि सरकार द्वारा बनाए गए हेल्थ कार्ड के निजी अस्पताल में मान्य नहीं होते !डिलीवरी हेतु महिलाओं को टांडा या पठानकोट का रुख करना पड़ता है। उल्लेखनीय है कि हिमाचल परदेश के विभिन्न विभागों मे ऐसे भी लिपिक शाखाओं में सरकारी में गाडियो मुलाजिमों की तदाद इतना अधिक है कि कोई भी सरकार इन पर स्थान्तरण पीसी लागू नही कर सकी उसकी कारण सत्ता का दवाव वताया गया है। ऐसे मुलाजिमों का कहना है कि हिमाचल प्रदेश में किसी भी पाटी की सरकार वने इनकी चेयरमैन को कोई खतरा नही है।

इनकी नीति सदा यह है कि चित भी अपना पट भी अपना के तहत ऐसे मुलाजिम सरकार के आदेशो की अवहेलना सत्ताधारीयो के वललूते पर कर रहे है। नूरपुर अस्पताल से मेडिकल सुपरिटेंडेंट सुशील शर्मा का कहना है कि अस्तपताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ व त्वचा रोग विशेषज्ञ की तैनाती के आर्डर सरकार द्वारा जारी हुए हैं लेकिन अभी तक किसी ने ज्वाइन नहीं किया है। अस्पताल में रिक्त विशेषज्ञों के पदों के संदर्भ में उच्च अधिकारियों को सूचित किया जा चुका है। अभी हाल मे आज नुरपुर से सिविल हॉस्पिटल मे सरकार दारा फौरसिंक मेडिसन स्पेलिस्ट डाक्टर तुषार सैनी के आदेश हुए है।