उज्जवल हिमाचल। मंडी
अब दिव्यांगों को जांच के बाद कृत्रिम अंगों (Artificial Oragans) के लिए महीनों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा बल्कि जांच के साथ ही उन्हें उनकी जरूरत के हिसाब से कृत्रिम अंग दे दिए जाएंगे। यह व्यवस्था मंडी जिला के सुंदरनगर स्थित सीआरसी यानी समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुर्नवास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण केंद्र में आने वाली 10 मई से शुरू होने वाली है।
दिव्यांगों को यह सुविधा देने के लिए सीआरसी सुंदरनगर में आरआरसी सेंटर की स्थापना की जा रही है, जिसका विधिवत शुभारंभ 10 मई को होगा। सेंटर की स्थापना को लेकर कल भारतीय कृत्रिम अंग पुर्नवास निगम चंडीगढ़ मोहाली की टीम ने सीआरसी सुंदरनगर का दौरा किया।
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भारतीय कृत्रिम अंग पुर्नवास निगम चंडीगढ़ मोहाली के प्रभारी ईशविंदर सिंह ने बताया कि पहले दिव्यांगों की जांच के लिए कैंप लगते थे और उसके बाद उन्हें कृत्रिम अंगों और उपकरणों के लिए महीनों का इंतजार करना पड़ता था। लेकिन सुंदरनगर में आरआरसी सेंटर स्थापित हो जाने से अब जांच के साथ ही कृत्रिम अंग मिल जाया करेंगे।
यह भारत सरकार की योजना है और इससे दिव्यांगों को काफी ज्यादा लाभ मिलने वाला है। सीआरसी सेंटर सुंदरनगर के प्रभारी डॉ. शत्रुघ्न सिन्हा ने बताया कि उनके पास आरआरसी सेंटर को स्थापित करने के लिए र्प्याप्त स्थान है और सेंटर की स्थापना के लिए सभी इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं। सेंटर के माध्यम से दिव्यांगों को हर प्रकार की बेहतरीन से बेहतरीन सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है।