आज़ाद की अगुवाई में एनपीएस कर्मचारी महासंघ ने विधानसभा उपाध्यक्ष से की मुलाकात

तलविन्दर सिंह। बनीखेत

भटियात और बनीखेत के एनपीएस कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर न्यू पेंशन स्कीम महासंघ के राज्य प्रवक्ता ओम प्रकाश आज़ाद की अगुवाई में विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज से मिले। उनके माध्यम से उन्होने मुख्यमंत्री महोदय से आग्रह किया कि कि सरकार अपने कर्मचारियों की नब्ज को पहचाने और पुरानी पेंशन को बहाल करे मुख्यमंत्री महोदय द्वारा 2009 की केंद्र सरकार की अधिसूचना और ओपीएस कमेटी गठन की घोषणा उनके द्वारा स्वयं की गयी थी, लगभग एक माह बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई भी अम्ल नहीं हुआ है। आज़ाद ने बताया कि हिमाचल प्रदेश एनपीएस को लागु करने वाला सबसे पहला राज्य बना था पुरानी पेंशन को कर्मचारियों के हित में पुन लागू करके ये राज्य फिर से रिकॉर्ड स्थापित कर सकता है।

उन्होंने उपाध्यक्ष महोदय के माध्यम से निवेदन किया कि जल्द से जल्द सरकारी कर्मचारियों के हित पुरानी पेंशन को प्रदेश में लागू किया जाए अन्यथा सरकारी कर्मचारी अपने मत का प्रयोग करना बखूबी जानता है। आज़ाद ने बताया कि बजट सत्र के दौरान एक लाख कर्मचारी शिमला विधानसभा का घेराव करेगा और तब तक डटा रहेगा जब तक सरकार उनके पक्ष में निर्णय नहीं लेती। विधानसभा उपाध्यक्ष महोदय ने मांग को जायज ठेहराते हुए बताया कि जल्द ही इस बात का कोई ना कोई हल निकाला जाएगा। संपूर्ण राज्य में महासंघ का सदस्यता अभियान ज़ोरों शोरों से चला हुआ है हज़ारों कर्मचारी हर रोज़ संगठन की विचारधारा से जुड़ रहे हैं।

आज़ाद ने बताया कि संगठन इस वर्ष मात्र दो माह में अपनी सौ प्रतिशत सदस्यता प्राप्त कर लेगा गौरतलब है कि इस वर्ष मात्र एनपीएस कर्मचारी ही नहीं अपितु हर वर्ग मजदूर से लेकर किसान तक इस आंदोलन से जुड़ रहा है ये बहुत कम समय में एक जनांदोलन बन कर उभरेगा। बजट सत्र से पहले अगर सरकार पुरानी पेंशन योजना की बहाली कर देती है तो लाखों कर्मचारी सरकार के मिशन रिपीट के लिए हर संभव प्रयास करेंगे अगर ऐसा नहीं होता तो लाखों कर्मचारी मिशन रिपीट को मिशन डिलीट बनाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। इस अवसर पर सतीश कुमा, सुधीर बलोरिया, राजू कुमार, पवन ठाकुर, मनीष थापा, समीर गुरुंग, गौरव थापा, निर्मल शर्मा, आशीष कुमार, जोगिंदर राम, विक्रम सिंह, मंजीत कुमार, प्रवीन कुमार, सुनील कुमार, शकील मोहम्मद, रमन कुमार, सुभाष साहिल मौजूद रहे।