एनटीपीसी पर नहीं पड़ा काेराेना का काेई असर : महाप्रबंधक

उमेश भारद्वाज। मंडी

हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी और बिलासपुर की सीमा पर स्थापित 800 मेगावाट की कोलडैम हाइड्रोपावर परियोजना पिछले 4 वर्षों से लगातार क्षमता से 110 प्रतिशत विद्युत उत्पादन कर देश में एक नया आयाम स्थापित किया है। वहीं, एनटीपीसी प्रबंधन के द्वारा वर्ष 2032 तक रिन्यूअल एनर्जी की क्षमता को एक प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इससे जलवायु परिवर्तन को लेकर भारत सरकार के द्वारा किए गए पैरिस समझौते में वचनबद्धता को पूरा करने में अहम
योगदान रहेगा।

ये बात एनटीपीसी कोलबांध स्टेशन के महाप्रबंधक एनएस ठाकुर ने पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर देश में किए गए लॉकडाउन के दौरान एनटीपीसी कोलडैम स्टेशन में विद्युत उत्पादन पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ने दिया गया। उन्होंने कहा कि इस दौरान कोलडैम स्टेशन की अत्यधिक आधुनिक मशीनों ने कार्य करते हुए क्षमता से अधिक की विद्युत उत्पादन किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर कर्मचारियों को हर सुविधा उपलब्ध करवाई गई है और क्वॉरेंटाइन होने पर उन्हें मानदेय तक दिया गया है।

एनएस ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में एनटीपीसी द्वारा जिला लाहुल एवं स्पिति के चिनाब बेसिन पर 400 मेगावाट और 120 मेगावाट की क्षमता के दो हाइड्रो प्रोजेक्ट स्थापित करने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार से एमओयू साईन किया है। इसके तहत औपचारिकताएं पूरी करते हुए निर्माण को लेकर शीघ्र अनुबंध करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में सौर व पन विद्युत को बढ़ावा देने को लेकर एनटीपीसी कोलबांध प्रबंधन सदैव तत्पर है। एनएस ठाकुर ने कहा कि पिछले लगातार 4 वर्षों से एनटीपीसी ने हाइड्रो पावर जनरेशन में अव्वल रहते हुए जहां देश भर में रिकार्ड स्थापित किया है।

वहीं, पर्यावरण संरक्षण को लेकर किए गए कार्यों में हिमाचल प्रदेश सरकार के द्वारा पुरस्कार से भी नवाजा गया है। उन्होंने कहा कि कैट प्लान(कैचमेंट एरिया प्लान) के अंतर्गत 55 करोड़ की राशि सरकार को दी गई है। एनटीपीसी कोलडैम प्रबंधन के द्वारा लाडा(लोकल एरिया डवलपमेंट अथारिटी) के तहत कुल विद्युत उत्पादन का एक प्रतिशत प्रभावितों के हितों के लिए दिया जा रहा है। इस मौके पर दिग्विजय प्रसाद सिंह अप्पर महाप्रबंधक(मानव संसाधन),राजेश कुमार अप्पर महाप्रबंधक (प्रचालन व अनुरक्षण) सुरेंद्र कुमार गर्ग उपमहाप्रबंधक (योजना व प्रणाली और राजीव कुमार सहदेव,वरिष्ठ प्रबंधक (पुनरूस्थापना तथा पुनर्वास) उपस्थित रहे।