बद्दी यूनिवर्सिटी पर नर्सिंग के छात्र-छात्राओं ने लगाए धोखाधड़ी के आरोप

उज्जवल हिमाचल। बद्दी

औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में स्थित बद्दी यूनिवर्सिटी में नर्सिंग के छात्र छात्राओं ने यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट के ख़िलाफ़ जम कर नारेबाजी की ओर धोखाधड़ी के आरोप लगाते हुए मोर्चा खोल दिया है उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बद्दी यूनिवर्सिटी ने अपनी वेब साईट पर हिमाचल काउंसिल के अलावा इंडियन काउंसिल से रजिस्टर्ड दर्शाया गया है परंतु यूनिवर्सिटी के पास सिर्फ़ हिमाचल काउंसिल कि परमिशन है जबकि इंडियन नर्सिंग काउंसिल की यूनिवर्सिटी के पास परमिशन नहीं है।

छात्राओं ने बातचीत में बताया कि जब नर्सिंग की एडमिशन की गई थी तो यूनिवर्सिटी ने ऑल इंडिया की एफ़िलेशन होने की बात कहीं थी परंतु यूनिवर्सिटी को सिर्फ हिमाचल नर्सिंग काउंसिल की ही परमिशन थी। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी ने धोके से एडमिशन करवाई है जबकी यूनिवर्सिटी द्वारा पूरे दस्तावेज ना देने के चलते इंडियन नर्सिंग की एफ़िलेशन 2021 मंे कैंसिल कर दी गई थी।

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उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों से तक़रीबन 120 छात्र छात्राएँ नर्सिंग कोर्स कर रहे है परंतु अब उनकी परीक्षाएं नहीं ली जा रही है। मैनेजमेंट कई महीनों से सिर्फ़ आश्वासन ही दे रहा है। यूनिवर्सिटी की एफ़िलेशन कैंसल होने की वजह से सभी बच्चों के कैरियर बर्बाद होने की कगार पर है। छात्र छात्रायों का कहना है कि यूनिवर्सिटी अगर अपनी सही जानकारी वेब साईट पर डालती तो उनके साथ इतना बड़ा धोखा नहीं होता उन्होंने सरकार व प्रशासन से माँग की है कि ऐसे इंस्टिट्यूट पर सख़्त से सख़्त करवायी की जाए।

 ताकि उनके अलावा और बच्चों का भविष्य ख़राब न हो। छात्रायों का कहना है कि प्रिंसिपल के कहने पर वह हिमाचल यूनिवर्सिटी में भी गए थे पर उन्होंने भी अभी परीक्षा लेने से मना कर दिया है। छात्राओं ने कहा कि उन्होंने जब प्रिंसिपल से इस बारे में आज बात करी तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि अब वो कुछ नहीं कर सकते। बच्चे ख़ुद पोलिटिकल एप्रोच लगाकर अपना काम करवा ले।

वहीं, जब इस पूरे मामले पर नर्सिंग ब्रांच की प्रिंसिपल उषा मेहता से बात की तो उन्होंने कहा कि नर्सिंग का बेच शुरू होने के दौरान उनके पास हिमाचल बोर्ड की परमिशन थी और इंडियन नर्सिंग काउंसिल की परमिशन अंडर प्रोसेस थी जोकि बाद में कुछ कारणवश रद्द हो गई है जिसके लिए यूनिवर्सिटी द्वारा रास्ता निकाला जा रहा है वही जब मीडिया ने पूछा कि वेबसाइट पर गलत जानकारी क्यों डाली गई तो प्रिंसिपल का कहना था कि वह गलती से डल गई।

संवाददाताः सुरेंद्र सिंह सोनी

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