विपक्ष का चीन के साथ चल रहा इश्क: भाजपा

उज्जवल हिमाचल। डेस्क
भाजपा ने शनिवार को चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट के बहाने कांग्रेस पर करारा हमला बोला। भाजपा ने आरोप लगाया कि दुश्मन देश भारत को निशाना बनाने के लिए कांग्रेस के कंधे का प्रयोग कर रहा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि जिस तरह से इश्क और मुश्क छिपाने से भी नहीं छिपते ठीक उसी तरह कांग्रेस और चीन के बीच चल रहे प्रेम के बारे में सभी को पता है। उन्होंने कांग्रेस और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के बीच हुए कथित समझौते के बारे में जानकारी मांगी।

सामने आने लगी चीन की हताशा

ग्लोबल टाइम्स ने शनिवार को विशेषज्ञों के हवाले से ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस नरेंद्र मोदी की सरकार को खूब झकझोरने लगी है। चीन के साथ सीमा विवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा भारी दबाव में हैं क्योंकि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस विफल घरेलू शासन और जोखिम भरी विदेश नीति की कटु आलोचना करके भाजपा सरकार को हिलाने के मौके के इंतजार में है। इस पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि चीनी अखबार की यह तारीफ सामान्य नहीं है। इससे साफ हो जाता है कि कांग्रेस चीन के एजेंडे पर काम कर रही है। भारतीय सेना द्वारा वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) का उल्लंघन करने की चीनी सेना की कोशिश विफल करने के बाद चीन के सरकारी अखबार की इस रिपोर्ट से उस देश की हताशा का पता चलता है और वह कांग्रेस को ऐसी पार्टी के तौर पर देखता है जो उसका एजेंडा चला सकती है। भाजपा नेता ने कहा कि चीन और कांग्रेस के बीच प्रेम सार्वजनिक है और यह उस एमओयू से जुड़ा है जिस पर 2008 में कांग्रेस और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने हस्ताक्षर किए थे। पात्रा ने सवाल किया, चाहे पाकिस्तान हो, आतंकवादी हों या चीन, आखिर क्यों ये सभी कांग्रेस को पसंद करते हैं। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में अपने डोजियर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणियों को शामिल किया था।

भारत के जीरो दुश्मनों के बने हीरो

भाजपा प्रवक्ता ने कहा राहुल गांधी को बधाई। पहले आप पाकिस्तान के हीरो थे। अब आप चीन के भी हीरो हो लेकिन भारत के लिए आप एक बड़ा जीरो हो। आप हमारे दुश्मनों के लिए हीरो हो। चीन प्रतिकूल स्थिति में है और भारत पर निशाना साधने के लिए कांग्रेस के कंधे का इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने डोकलाम संकट के दौरान राहुल की चीनी राजदूत से मुलाकात और चीनी दूतावास द्वारा राजीव गांधी फाउंडेशन में कथित चंदे का उल्लेख भी किया।