द्रोणाचार्य कॉलेज में मनाया गया आजादी का अमृत महोत्सव

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर शिक्षा कॉलेज रैत में आजादी के अमृत महोत्सव पर एक सेमिनार आयोजित किया गया । इसमें फैंस के प्रेजिडेंट रिटायरड लेफ्टिनेंट जनरल कमल जीत सिंह PVSM ,AVSM रहे। जबकि गोलक बिहारी राय राष्ट्रीय संगठन सचिव मुख्यवक्ता रूप में शिरकत की।

वहीं द्रोणाचार्य महाविद्यालय प्रबंधक निदेशक जीएस पठानिया, कार्यकारी निदेशक डॉ बीएस पठानिया, कमल शर्मा अध्यक्ष सत्यम एजुकेशन सोसायटी विशिष्ट अतिथि के रूप में रहे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन कर सरस्वती वन्दना से हुई। इसके बाद प्रोफेसर गोरी शंकर केंद्रीय विश्वविद्यालय ने सभी आए हुए महानुभावों का परिचय करवाया।

इसके बाद गोकुल बिहारी मुख्यवक्ता ने कहा कि 15 अगस्त 1947 के दिन ही हमारे देश को अंग्रेजों की गुलामी से आज़ादी मिली थी। इसलिए भारतवासियों के लिए 15 अगस्त का दिन बहुत ही खास होता है। भारत इस साल अपनी आज़ादी के 75 वर्ष पूरे करने जा रहा है। 2021 में नमक सत्याग्रह के 91 वर्ष पूरे होने तथा आज़ादी के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साबरमती आश्रम से 12 मार्च 2021 को आज़ादी के अमृत महोत्सव की शुरुआत की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अप्रैल 2022 को अपने मन की बात कार्यक्रम में हर घर तिरंगा अभियान की घोषणा की।

पीएम मोदी ने प्रत्येक भारतवासियों से अपील की कि इस वर्ष आज़ादी के अमृत महोत्सव के रूप में मनाए जा रहे 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 13 अगस्त से लेकर 15 अगस्त तक हर तिरंगा ज़रूर फहराएं। इन्होने भारत के इतिहास के बारे में जानकारी दी। आज़ादी के अमृत महोत्सव का मतलब होता है, स्वतंत्रता सेनानियों से प्राप्त प्रेरणा का अमृत। स्वतंत्रता का अमृत यानि नए विचारों का अमृत, नए संकल्पों का अमृत। स्वतंत्रता का अमृत है, एक ऐसा पर्व जिसमें भारत आत्मनिर्भर होने का संकल्प लेता है। इस महोत्सव आयोजन के माध्यम से सरकार लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा दे रही है।

जनता को आर्मी की ताकत दिखाने के साथ ही देश के सभी लोगों के दिल में देश के प्रति सम्मान और गौरव भरने के लिए इस महोत्सव को आयोजित किया जा रहा है। इन्हांने कहा की आज कोरोना काल में भी भारत ने एक कदम विश्व से आगे रख कर हर चीज को अपने देश में बनाने की पहल की। आज भारत ने अपने देश के साथ बाहर के देशों की भी मदद की है। इसके बाद कार्यकारी निदेशक डॉ बीएस पठानिया ने आत्मनिर्भर भारत बनने के लिए युवा छात्रों को प्रेरित किया और कहा कि आज का युवा कल के भारत निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान देगा और सत्यम कॉलेज के अध्यक्ष कमल शर्मा ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने हमें जो आज़ादी दी है। उसे हमें सुरक्षित रखना है तथा उन्नति के मार्ग पर अग्रसर रहना है। आज़ादी का अमृत महोत्सव स्वतंत्र भारत के सपनों को साकार करने के लिए और आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देगा।

इसके बाद मुख्यातिथि लेफ्टिनेंट जनरल कमल जीत सिंह ने कहा कि आज हमें लोकमान्य तिलक जी का पूर्ण स्वराज का आह्वान, आजाद हिंद फौज का दिल्ली चलो नारा, महात्मा गाँधी का भारत छोड़ो आंदोलन को भारत का हर नागरिक कभी नहीं भूल सकता। हम सभी को मंगल पांडे, तात्या टोपे, रानी लक्ष्मीबाई, चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, पं नेहरू सरदार पटेल, अंबेडकर जी से प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि इतिहास के इस गौरव को याद रखने के लिए हर राज्य के हर क्षेत्र में इस दिशा में प्रयास किये जा रहे हैं। देश ने दो साल पहले ही दांडी यात्रा स्थल के पुनर्गठन का काम पूरा कर लिया है। अंडमान में जहां नेताजी सुभाष ने देश की पहली स्वतंत्र सरकार बनाकर तिरंगा फहराया था। वहां देश ने उस भूले-बिसरे इतिहास को भी फिर से भव्य रूप देने का प्रयास किया है।

इस मौके पर बीबीए, बीसीए विभाग की ओर से आज़ादी का अमृत महोत्सव का आयोजन किया गया व कार्यक्रम के मुख्यातिथि महाविद्यालय के कार्यकारिणी निर्देशक बीएस पठानिया जी रहे। शिवांगी बीबीए और अक्षित बीसीए ने इस उपलक्ष्य में भाषण देते हुए कहा कि आज हम स्वतंत्र रूप से अपना जीवन व्यतीत तो सिर्फ उन शहीदों की वजह से कर रहे हैं, जिन्होंने देश को स्वतंत्र कराने के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।

हमारे युवाओं को भी देश की सुरक्षा को ध्यान में रखना चाहिए तथा इन वीरों के जीवन को प्रेरणा स्त्रोत बनाना चाहिए। अंशिका बीबीए और साक्षी बीसीए ने देशभक्ति पर आधारित नृत्य प्रस्तुत किया व कार्यक्रम के अंत में छात्र जतिन बीबीए ने सभी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रबंधक निदेशक जीएस पठानिया, कार्यकारिणी निदेशक बीएस पठानिया, प्रधानाचार्य डा प्रवीण शर्मा, सभी विभागाध्यक्ष, अध्यापकवर्ग एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।