कोविड केयर सेंटर में तैनात आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मचारियों को मिला अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ का समर्थन

उमेश भारद्वाज। मंडी

मंडी जिला के कोविड केयर सेंटर राधा स्वामी खलियार के आउटसोर्सिंग स्टाफ को बाहर का रास्ता दिखाने के मामले में हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ भी कर्मचारियों के पक्ष में सामने आ गया है। महासंघ द्वारा 140 स्वास्थ्य कर्मियों के अधर में फंसे भविष्य को लेकर सीएम जयराम ठाकुर के समक्ष भी मामले को उठाया गया है। महासंघ ने इन प्रभावित कर्मचारियों के लिए भविष्य में नियुक्तियों के दौरान प्रमुखता देने और विभिन्न अस्पतालों में स्टाफ की कमी को इनकी भर्ती कर पूरा करने की मांग प्रदेश सरकार से की है। जानकारी देते हुए अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महासचिव राजेश शर्मा ने कहा कि मंडी शहर के राधा स्वामी खलियार में चल रहे कोविड केयर सेंटर को प्रशासन द्वारा डिनोटिफाई कर दिया गया है और इसमें कार्य करने वाले लगभग 140 कर्मचारियों की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई हैं।

उन्होंने कहा कि इन कर्मचारियों ने कोरोना संक्रमण के विकट समय में अपनी सेवाएं प्रदान समाज को प्रदान की थी। राजेश शर्मा ने कहा कि महासंघ इन कर्मचारियों द्वारा दी गई सेवाओं के लिए भविष्य में स्वास्थ्य विभाग की ओर नियुक्तियों के दौरान प्रमुखता देने की मांग करता है। वहींएराजेश शर्मा ने कहा कि मंडी जिला के तहत विभिन्न अस्पतालों में स्टाफ की चल रही कमी तथा ज्यादा काम और कम स्टाफ को पूरा करने के लिए विभाग अतिरिक्त पदों का सृजन कर इन प्रभावित कर्मचारियों को रखा जाए।

बता दें कि मंडी जिला के कोविड केयर सेंटर राधा स्वामी खलियार को प्रशासन द्वारा डिनोटिफाई करने के बाद उसमें अपनी सेवाएं देने वाले लगभग 140 कर्मचारियों के स्टाफ को आउटसोर्स कंपनियों ने अब बाहर का रास्ता दिखाने का मन बना लिया है। इस फैसले से नाराज स्टाफ नर्सों ने सरकार से उन्हें जिला के अन्य अस्पतालों में सेवाएं जारी रखने की गुहार लगाई है। इसको लेकर स्टाफ नर्सों का एक प्रतिनिधिमंडल अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल से भी मिलकर प्रदेश सरकार को एक ज्ञापन प्रेषित किया गया है।