हमीरपुर की ‘ऑक्सीजन’ के बीच आड़े आया दिल्ली का कर्फ्यू

मेडिकल कॉलेज में प्लांट स्थापित, सप्लाई के लिए दिल्ली से आएगी 15 मीटर स्टील की पाइप

एसके शर्मा /हमीरपुर

डॉ. राधाकृष्णन राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल हमीरपुर में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट अब सोमवार 10 मई से काम करेगा। शुक्रवार से प्लांट शुरू करने की राह में दिल्ली का कर्फ्यू आड़े आ गया है। ऑक्सीजन प्लांट से अस्पताल में स्थापित आईसीयू वार्ड से कनेक्ट कर दिया गया है, लेकिन प्लांट से अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए करीब 15 मीटर स्टील के बड़ी पाइप चाहिए, जो अस्पताल भवन में बिछाई पाइपलाइन और प्लांट के बीच डाली जानी है। यह पाइप केवल दिल्ली में ही उपलब्ध हैं, लेकिन दिल्ली में कफ्र्यू की वजह से पाइप को हमीरपुर भेजने में परेशानी हो रही है।

  • सोमवार से शुरू हो सकती है सेवा, टीएमसी कांगड़ा और नेरचौक रेफर होने से बचेंगे कोरोना मरीज

ऑक्सीजन प्लांट के तकनीशियन और अस्पताल प्रशासन दिल्ली में इस पाइप के लिए लगातार संपर्क कर रहा है। एक-दो दिन में यह पाइप हमीरपुर पहुंच जाएंगे। मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में करीब एक करोड़ रुपये की लागत से ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण हुआ है। प्लांट से आईसीयू वार्ड को ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी, ताकि वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखे गए मरीजों को कोई परेशानी पेश न आए। इस प्लांट के काम करने के बाद कोविड-19 मरीजों को टीएमसी कांगड़ा और नेरचौक रेफर करने से छुटकारा मिल जाएगा। अभी तक गंभीर रूप से बीमार कोरोना संक्रमितों को नेरचौक और टीएमसी रेफर करना पड़ रहा है। सफर लंबा होने की वजह से कई मरीज बीच रास्ते में ही दम तोड़ रहे हैं।

150 किलोलीटर अतिरिक्त क्षमता की ऑक्सीजन की रहेगी सुविधा

मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट के साथ ही अस्पताल प्रशासन ने एक भवन का निर्माण किया है, जहां पर बीस बड़े ऑक्सीजन सिलिंडर स्थापित किए गए हैं। एक ऑक्सीजन सिलिंडर में साढ़े सात किलोग्राम लीटर ऑक्सीजन होती है। इस मिनी ऑक्सीजन प्लांट में 150 किलोग्राम लीटर भंडारण की क्षमता होगी। जिससे अगर किसी कारणवश ऑक्सीजन प्लांट में कोई तकनीकी खराबी आती है तो वेंटिलेटर पर रखे मरीजों को इस मिनी प्लांट से आपूर्ति शुरू की जा सकेगी। यह मिनी प्लांट बैकअप के तौर पर काम करेगा।

वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश चौहान ऑक्सीजन प्लांट से आईसीयू को कनेक्ट करने के कार्य को खुद मौके पर खड़े होकर करवा रहे हैं, ताकि निर्माण कार्य में तेजी आई और मरीजों को इसकी सुविधा मिल सके। कोविड-19 आईसीयू वार्ड में 15 वेंटिलेटर स्थापित किए जा रहे हैं। 20 चिकित्सकों को वेंटिलेटर सपोर्ट का प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, जिसमें 11 चिकित्सक फील्ड से और 9 चिकित्सक अस्पताल के शामिल हैं। एनेस्थीसिया विभाग के विशेषज्ञ या प्रशिक्षित चिकित्सक ही मरीज को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रख सकता है।

मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश चौहान ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट का सारा काम पूरा हो चुका है। अब सिर्फ आईसीयू वार्ड को इससे सप्लाई दी जानी है, जिसके लिए एक पाइप की आवश्यकता है, जो दिल्ली में ही मिलेगी। कफ्र्यू के कारण इसे हमीरपुर पहुंचाने में परेशानी आ रही है। प्लांट के अतिरिक्त एक मिनी ऑक्सीजन प्लांट बैकअप के तौर पर स्थापित किया गया है। प्लांट में तकनीकी खराबी आने पर मिनी प्लांट से 30 मरीजों को वेंटिलेटर पर करीब तीन से चार घंटे तक ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सकती है। इसके अलावा 120 से अधिक छोटे ऑक्सीजन सिलिंडर का स्टॉक भी तैयार कर लिया है। कोरोना मरीजों के उपचार के लिए अस्पताल प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है।