पेंशनराें के खाते में नहीं पहुंची पेंशन, बुजुर्ग परेशान

विनय महाजन। नुरपुर

कोरोना कर्फ्यू में साहरा बनी समाजिक सुरक्षा पैंनशन योजना गरीब तथा बुढ़ापे के लिए किसी भी मददगार से कम साबित आज भी महंगाई के दौर में नहीं है। ऐसे लोगों को अभी तक इसका लाभ नहीं मिल सका, जो अभी तक सुरक्षा पैंशन का लाभ अप्रैल माह से लेकर जून माह तक नहीं ले सकें। काबिलेगोर है कि जब ये पैंशन भोगी नूरपुर में अपनी पैंशन लेने नूरपुर डाकखाने में पहुंचे इनको बिंडो पर जबाव मिला कि आपकी पैंशन खाते में नहीं आई है, तो काफी मायूस होकर सरकार को कोसने लगे।

आज पूर्व नगर परिषद के मेंबर विनोद महाजन ने बताया कि पिछले दिनों सरकार के संबंधित विभाग ने पिछले दिनों कांगड़ा जिला में 1,31,750 सभी इन पैंशन भोगियों को करीब 48 करोड़17 लाख रुपए की पहली किस्त अप्रैल से जून तक सीधे खाते में स्थानांतरित करने की घोषणा की थी, लेकिन धरातल पर इस घोषणा को अमलीजामा नहीं पहनाया गया, लेकिन पैंशन खाते में स्थांतरित नहीं हुई। ऐसे लोगों को आज भी डाकखाने में लाइन में लगकर पैंशन लेने के लिए मजबूर होना पड़ता है। महाजन ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस संदर्भ में सीनियर सिटीजन के लिए जनहित में उचित कदम उठाए जाएं, ताकि पैंशन लेने में कोई दिक्कत न हो।

विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि इस संदर्भ में विभाग उचित कार्रवाई करेगा कि आखिर खाते में पैंशन क्यों नहीं, जब विभाग ने खातों में डाल दी है। अधिकारी ने बताया कि कांगड़ा जिला मे अप्रैल माह में 10.494 नए पात्रों को समाजिक सुरक्षा पैंशन मंजूर हुई थी, जिसमें 8511को बुढ़ापा पैंशन 1448 को विधवा पैंशन तथा 538 को दिव्यांग पैंशन मंजूर हुई थी। जिला कांगड़ा में नेशनल बुढ़ापा पैंशन योजना के तहत 23833 पात्र लोगों को पैंशन मौजूदा समय मे प्रदान की जा रही हैं।