कोरोना का टीका लगवाने के लिए लोगों में देखी जा रही दीवानगी

उज्जवल हिमाचल डेस्क…

पिछले हफ्ते ही एक फैमिली के चार लोगों ने 100 किलोमीटर ड्राइव कर हरियाणा दिल्ली बॉर्डर के झज्जर से सोनीपत की यात्रा की थी। सोनीपत जिले के एक प्राइमरी हेल्थ सेंटर में उनमें से 2 लोगों को कोविड-19 वैक्सीन का शॉट लग गया। अपने 4 लोगों के परिवार में से टीका लगवाने वाले 2 लोगों की उम्र अभी 20 से 30 साल के बीच है। देश में कोरोना का टीका लगवाने के लिए लोगों में जिस तरह की दीवानगी देखी जा रही है, उसमें यह कोई इकलौता केस नहीं है। कोरोना टीका लगवाने के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुक करने की लड़ाई की वजह से बहुत से लोगों को दिल्ली, मुंबई या नागपुर, कोच्चि जैसे शहरों से ग्रामीण इलाकों में जाने को मजबूर होना पड़ रहा है।

  • शहरों से लोग आकर गांव के लोगों के हिस्से का वैक्सीन लगवा ले जा रहे हैं
  • देश के ग्रामीण इलाकों में टीके की कमी का संकट बढ़ सकता है
  • प्राइमरी हेल्थ केयर क्लीनिक के जरिए भी टीका लगाने के लिए बुकिंग करा रहे हैं लोग

कई मामलों में स्थानीय निवासी इस वजह से परेशानी भी महसूस कर रहे हैं क्योंकि उन्हें लग रहा है कि शहरों से लोग आकर उनके हिस्से का वैक्सीन लगवा ले जा रहे हैं। कोरोना टीकाकरण से जुड़े अधिकारियों को डर है कि सरकार ने इस तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है। देश का कोई व्यक्ति कहीं भी टीका लगवा सकता है, इससे देश के ग्रामीण इलाकों में टीके की कमी का संकट बढ़ सकता है।