नूरपुर में लोगो के घर गिरने की कगार पर

उज्ज्वल हिमाचल। नूरपुर

हिमाचल में जहां बरसात का मौसम अपने चरम पर है वही पठानकोट मंडी फोरलेन परियोजना का पहला चरण का काम कंडवाल से सियूनी तक भी अपने चरम पर है। इसमें एनएचएआई की कार्यशैली हमेशा संदेह के घेरे में रही है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मानकों को ताक में रखकर इस फोरलेन का निर्माण लगातार किया जा रहा हैं जिसमें जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

यह आरोप जसूर में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संघ के सह निदेशक हिमाचल प्रदेश राजेश पठानिया ने एक पत्रकार वार्ता में लगाए हैं ।उन्होंने कहा कि मामले में भेड़ खड के पास 3 से 4 मकान सुभाष, लक्की शेखर आदि के गिरने की कगार पर हैं वो रात को सोते नहीं है क्योंकि एनएचएआई ने सड़क बनाते समय उनके घर के नीचे सीधी कटिंग कर दी है। करीब 35 से 40 फुट जिससे उनके घरों को गिरने का खतरा लगातार बना हुआ है। और भारी बरसात में वहां पर बहुत भूस्खलन हो रहा है।

जिसकी शिकायत हमने खुद जाकर मार्च महीने में डीसी कांगड़ा एवं एनएचएआई प्रोजेक्टर डायरेक्टर से की। परंतु कोई भी कार्रवाई न हुई। डायरेक्टर साहब का कहना है कि डीसी साहब तो ऐसी एप्लीकेशन भेजते ही रहते हैं हम अपने हिसाब से देखेंग। मौके पर एसडीएम साहब मौका देखकर भी गए। और वहां पर रिटेनिंग वॉल लगाने के लिए ठेकेदार को भी बोला। परंतु ठेकेदार ने कहा कि हमें कोई भी पेमेंट नहीं करता है। इसलिए हम कैसे लगा दें।

अगर भारी बरसात के कारण उन घरों को किसी भी तरह का नुकसान हो जाता है तो इसके लिए प्रभावित परिवार एनएचएआई एवं प्रशासन के खिलाफ उच्च न्यायालय में जाने को मजबूर होगा। उनका कहना है कि इसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन और एनएचएआई पर होगी। अगर हमारे जीवन भर की पूंजी हमारे घर एनएचएआई और प्रशासन की गलती से गिरे।

दूसरे मामले में नूरपुर के सीनियर सिटीजन निका राम की जमीन के साथ बनती फोरलेन में करीब 100 फुट तक सीधी कटिंग कर दी गई है। जिससे बरसात में उनकी जमीन बह गई है। एसडीएम नूरपुर के लगातार चक्कर लगा रहे हैं परंतु कोई सुन नहीं रहा। तीसरे मामले में जसूर के पास जो धर्म कांटा है एनएचएआई ने उनके आसपास घरों और दुकानों को जाने के लिए कोई भी रास्ता ना रख कर अपना काम किए जा रहे हैं।

गांव पक्का टियाला के लोग भी अपनी जमीन पर जबरन ड्रेनेज निकालने के लिए एसडीएम नूरपुर के चक्कर लगा रहे हैं। उन्हें प्रशासन द्वारा आश्वासन तो दिया जा रहा है। परंतु समाधान नहीं। जिससे उन लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वह अपने घरों को कैसे जाएंगे। कंडवाल से लेकर नागाबड़ी ब जसूर तक एनएचएआई ने साइडों में अभी डंगे नहीं लगाए हैं परंतु नालियां बनाते जा रहे हैं जिससे भी आम जनता को बहुत परेशानी हो रही है।

हमारी मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश से विनम्र निवेदन है कि कृपया एनएचएआई को निर्देशित करें कि वह अंतरराष्ट्रीय राज्य मार्ग प्राधिकरण में बने नियमों एवं मानकों के आधार पर ही सड़क का निर्माण करें और जनता को कम से कम परेशानी उठानी पड़े। इस मामले में विशेष कर फोरलेन प्रभावितों की समस्याओं के लिए एक विशेष सेल का गठन किया जाए और जहां-जहां फोरलेन का कार्य चल रहा है वहां पर उनकी समस्याओं का तुरंत समाधान किया जाए।

संवाददाताः  विनय महाजन