पीएम माेदी कर रहे संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

लोकतंत्र की हमारी हजारों वर्षों की महान परंपरा रही है। इस 15 अगस्त को भारत ने अपनी आज़ादी के 75वें वर्ष में प्रवेश किया। हमारी विविधता, हमारे सशक्त लोकतंत्र की पहचान है। एक ऐसा देश जिसमें दर्जनों भाषाएं हैं, सैकड़ों बोलियां हैं, अलग-अलग रहन सहन, खान-पान है। ये वाइब्रेंट डेमोक्रेसी का उदाहरण है। यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 76वें सत्र को संबोधित करते हुए कही। उन्हाेंने कहा कि वे उस देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसे मदर आफ डेमोक्रेसी का गौरव हासिल है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गत डेढ़ वर्ष से पूरा विश्व 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी का सामना कर रहा है।

ऐसी भयंकर महामारी में जीवन गंवाने वाले सभी लोगों को मैं श्रद्धांजलि देता हूं और परिवारों के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। सबोधन की शुरुआत में उन्होंने अब्दुल्ला शाहिद को अध्यक्ष पद संभालने के लिए बधाई दी। बता दें कि कोरोना महामारी के कारण पिछले वर्ष इस सत्र का आयोजन वर्चुअली हुआ था। प्रधानमंत्री मोदी यूएनजीए को संबोधित करने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के द्विपक्षीय बैठक कर चुके हैं। उन्होंने अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस से भी मुलाकात की है। इसके अलावा वे क्वाड नेताओं के साथ बैठक में भी शामिल हुए।