किसानों-बागवानों को भ्रमित करने के किए जा रहे प्रयास: ख़ुशीराम बालनाहटा

उज्जवल हिमाचल। शिमला

किसान बागवान जीएसटी, कश्मीर की तर्ज पर एमआईएस के तहत सेब खरीद करने और सेब पर आयात शुल्क सौ फीसदी करने जैसी कई मांगो को लेकर आज सड़कों पर हैं। बागवानों ने प्रदेश की वर्तमान भाजपा सरकार पर सेब की 5 हजार करोड़ की आर्थिकी को बर्बाद करने के आरोप लगाए हैं तो वहीं भाजपा ने किसानों बागवानों के आंदोलन को राजनीतिक आंदोलन करार देकर बागवानों को भ्रमित करने का प्रयास बताया है।

बागवानों के मुद्दों को लेकर शिमला में भाजपा नेता खुशी राम बालनाहटा ने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले साढ़े 4 सालों में किसान बागवानों के हित में कई फैसले लिए हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य में पहले की सरकारों की तुलना में सर्वाधिक बढ़ोतरी की गई है।

बागवानों की मांगो को पूरा करने का प्रयास हुआ है। कीटनाशक व अन्य दवाओं पर पहले की भांति सब्सिडी देने का निर्णय लिया गया। बागवानों का आंदोलन राजनीति से प्रेरित हैं। बागवानों को भ्रमित करने के प्रयास किए जा रहें हैं। आंदोलनकारियों को अपनी बात सड़क पर नहीं बल्कि उचित मंच पर रखनी चाहिए।