उज्जवल हिमाचल। धर्मशाला
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता पंकज पंडित ने धर्मशाला में प्रेस कांफ्रेंस की। और जयराम सरकार की बदहाल शिक्षा व्यवस्था की पोल खोली। शिक्षा की बदहाली को लेकर मीडिया में प्रकाशित समाचारों को दिखाते हुए बताया कि प्रदेश के सैकड़ों स्कूल बिना शिक्षकों के चल रहे हैं तो हजारों स्कूल की पांच कक्षाओं को पढ़ाने के लिए मात्र एक शिक्षक है। बिलासपुर में 90 स्कूलों बिना शिक्षक के चल रहे हैं और 200 स्कूल 1 शिक्षक के सहारे चल रहे हैं।
अब सोचिए कि बिना शिक्षक के जयराम सरकार कैसे बच्चों की पढ़ाई करा रही है। मुख्यमंत्री जयराम के गृह जिले मंडी में सुनीसीर स्कूल एक शिक्षक के सहारे चल रहा, वहीं भरमौर के डिग्री कॉलेज में मात्र दो शिक्षक ही हैं। शिमला के झंडी स्कूल में टॉयलेट खस्ताहाल हैं। इसके साथ ही गिरखेड़ी में 176 बच्चे दो कमरों में बैठने को मजबूर हैं तो गोचर में जेबीटी शिक्षक की नियुक्ति न होने से बच्चे स्कूल छोड़ रहे हैं।
सिर्फ एक दिन के ही अखबारों के समाचार जयराम सरकार की बदहाल शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल रहे हैं। जयराम सरकार का बदहाल शिक्षा मॉडल प्रदेश के 11 लाख बच्चों का भविष्य खराब कर रहा है, जो सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे हैं।
आम आदमी पार्टी ने दी है शिक्षा की गारंटी, सरकार बनने पर सबको मिलेगी फ्री और अच्छी शिक्षा, शिक्षक करेंगे सिर्फ शिक्षा का कार्य
पंकज पंडित ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने प्रदेश की जनता को शिक्षा की गारंटी दी है। प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर सभी को फ्री और अच्छी शिक्षा मिलेगी। स्कूल के भवन शानदार बनाए जाएंगे और नए स्कूल खोले जाएंगे। शिक्षकों को पक्का किया जाएगा और खाली पदों पर शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। प्राइवेट स्कूल की फीसों को नियंत्रित किया जाएगा। इसके साथ ही शिक्षकों से मात्र शिक्षा का काम ही लिया जाएगा।
सरकार के अन्य कामों के लिए शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। पंकज पंडित ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों की सरकारों ने शिक्षा व्यवस्था पर कोई काम नहीं किया जिससे प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था बदहाल है। शिक्षा और स्वास्थ्य राजनैतिक मुद्दे नहीं हैं बल्कि जनता के हक के लिए बुनियादी मुद्दे हैं। लेकिन जयराम सरकार शिक्षा के मुद्दे पर बात ही नहीं करती है। प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर दिल्ली मॉडल पर प्रदेश के बच्चों को बेहतर और फ्री शिक्षा प्रदान की जाएगी।