घास काटने के दौरान बरते एहतियात

उज्जवल हिमाचल। सोलन

पूरे प्रदेश में इन दिनों मानसून सक्रिय है। बरसात के इस मौसम में सांप के काटने के अधिक मामले सामने आते है। सांप के काटने के करीब 70 प्रतिशत मामले ग्रामीण क्षेत्रों से आते है। किसानों द्वारा पशुपालन का व्यवस्याएं बड़े पैमाने पर किया जाता है। ऐसे में पशुओं को हरे घास की जरूरत होती है और इन्हीं घास में छुपे हुए सांप कई बार गांव के लोगों को अपना शिकार बनाते है। जिला सोलन में भी इन दिनों सांपो का आतंक दिन प्रतिदिन बढता जा रहा है। जिसके चलते रोजाना सोलन अस्पताल व आसपास के क्षेत्रों में बने नर्सिग क्लीनिकों में सांप के काटने के मामले सामने आ रहे है। अधिकतर मामले सोलन शहर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से सामने आ रहे है। सोलन अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार अकेले रोजाना सोलन अस्पताल में ही सांप के काटने के करीब पांच से छह मामले सामने आ रहे है। पिछले एक माह में 150 के करीब सांप काटने के मामले सोलन अस्पताल में आ चुके है।

सोलन अस्पताल में कार्यरत मैडिसन स्पैलिस्ट डॉ कमल अटवाल ने बताया कि जिला में ऐसे सांप कम ही है जिनके काटने से मौत होती है। हालांकि समय पर उपचार ना करवाना घातक साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि इन दिनों उनके पास रोजाना करीब पांच से छह मामले ऐसे सामने आ रहे है, जिन्हें सांप ने काटा हो। उन्होंने कहा कि यदि आपको सांप काट ले तो घबराने की जरूरत नहीं है। इसका आसानी से उपचार हो जाता है। डॉ कमल ने कहा कि पिछले वर्षो के मुकाबले इस वर्ष कई मरीज जहरीले संपो द्वारा कटे गए है।