बच्चाें से करवाया जा रहा स्कूल में काम

अजीत वर्मा। जयसिंहपुर

आज के इस दौर में जहां बच्चों के अभिभावक अपने वच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए अपना घर बार छोड़कर शहरों की और रुख कर रहे हैं तथा अपने बच्चों का भविष्य बनाने के लिए अपने सगे संबंधियों से दूर रहकर निजी स्कूलों में बच्चों को दाखिल करवा रहे हैं। वहीं दूसरी और जयसिंहपुर उपमंडल का आदर्श राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ऐसे अभिभावकों को सोच को सच सावित कर रहा है। एक तरफ कोविड-19 के चलते सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। वहीं, दूसरी और सरकारी स्कूलों में बच्चों से मजदूरी का काम करवाया जा रहा है।

ऐसा ही एक मामला जयसिंहपुर के आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जयसिंहपुर में देखने को मिला। जहां बच्चों से बर्दी में यह सब करवा कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। वहीं, सरकार के आदेशों की भी अवहेलना की जा रही है। एक तरफ सरकार ने बच्चों की सेहत को मध्यनजर रखते हुए शिक्षण संस्थान बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। वहीं, बच्चों से इस तरह का काम लिया जा रहा है। बच्चे भी असमंजस की स्थिति है कि सरकार के आदेशों का पालन करें या फिर अपने गुरुजनों का। हालांकि स्कूल को आदर्श बिध्यालय का दर्जा मिला हुआ है।

वहीं, स्कूल के प्रधानाचार्य संजीव चोपड़ा से इस बारे बात की गई, तो उनका कहना था कि स्कूल गेट गिरने वाला था, जिसको उखाड़ने के लिए प्रैक्टिकल देने आए बच्चों से मदद ली गई, जिसके लिए उन्होंने अपनी गलती को भी स्वीकार किया है। हालांकि प्रधानाचार्य उस समय स्कूल में मौजूद नहीं थे।