जय भोले के जयकारों से गूंजा रघुनाथेश्वर मन्दिर

पंकज शर्मा। ज्वालामुखी
श्रावण मास के तीसरे सोमवार को ज्वालामुखी में स्थित रघुनाथेश्वर लाल शिवालय मन्दिर भोले के जयकारों से गुंजयमान हुआ और साथ ही आज शिव महापुराण कथा का समापन व पुर्णाहुति का भी आयोजन किया गया और 55वें भंडारे का भी आयोजन किया गया।
इसके साथ ही शिव शक्ति, अम्बिकेसर महादेव व आस पास के शिवालय भोले के जयकारों से गूंज उठे। लाल शिवालय मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इस मौके पर अष्टभुजा मन्दिर, शनि देव मन्दिर स्थित शिवालय, हनुमान गली में स्थित शिवालय सहित अन्य मंदिर में श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना में भाग लिया।
भोले के भक्तों ने दूध, जल, बेल, धतूरा, शहद, गन्ने के रस व बेल पत्रों से शिव की पूजा आराधना की। इस बीच भक्तों ने भोले के नाम का व्रत भी रखा। लाल शिवालय व शिव शक्ति में मंदिर में पुजारी महासभा प्रधान अविनेदर शर्मा, परीक्षत शर्मा, प्रशांत, वासुदेव, सन्दीप, पंकज शर्मा आदि ने पूजा अर्चना की।
महासभा प्रधान पुजारी अविनेन्द्र शर्मा ने बताया कि ज्वालामुखी के प्रसिद्ध प्राचीन रघुनाथेश्वर लाल शिवालय मन्दिर में  हर वर्ष की भांति 55वें वार्षिक भण्डारे व श्री शिव महापुराण व अखण्ड रामायण पाठ की आहुति का आयोजन किया गया।
जिसमें बड़ी संख्या में शिव भक्त व श्रद्धालु व स्थानीय निवासियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई और भण्डारे का प्रशाद ग्रहण किया। उन्होंने बताया कि श्रावण मास में शिव पूजा का विशेष महत्व है और इस श्रावण मास में भोले नाथ सबके दुख हर ले और कोरोना महामारी का भी नाश करें और विश्व में सुख शांति व समृद्धि कायम हो।