शिमला के राहुल साथ रहता था कर्नाटका का छात्र, साथी की मौत के बाद परिजनों को बढ़ी चिंता

उज्जवल हिमाचल। शिमला

यूक्रेन में युद्ध में मारा गया कर्नाटक का छात्र शिमला के राहुल का हास्टल मेट रहा है। छात्र की मौत के बाद कालेज के सभी विद्यार्थी परेशान हैं। अब अभिभावकों को बच्चों की चिंता सताने लगी है। स्वास्थ्य विभाग के उपनिदेशक डाॅ. रमेश चंद ने बताया कि कर्नाटक का छात्र उनके बेटे के साथ हास्टल में रहा था।

यूक्रेन में पहले साल विद्यार्थियों को हास्टल में रखा जाता है। उसके बाद वे अपने फ्लैट में रहते हैं। पहले साल दोनों एक ही हास्टल में रहे थे। उन्होंने बताया कि उनका बेटा अभी तक यूक्रेन में ही है। वह किसी के घर में रह रहा है। वहां से निकलने के लिए जगह नहीं है न ही कोई साधन है।

बंकरों में छिपे विद्यार्थियों को अब खिचड़ी भी नहीं मिल रही
यूक्रेन के खार्कीव में कर्नाटक के एक छात्र की मौत के बाद प्रदेश के विद्यार्थियों के स्वजन भी चिंतित हो उठे हैं। मंडी, सिरमौर सहित सोलन जिला के विद्यार्थी यूक्रेन के विभिन्न शहरों में फंसे हुए हैं। खार्कीव मेडिकल विश्वविद्यालय में पढ़ रहे सुंदरनगर के धनोटू के अंकुर चंदेल और बैहली गांव की रिशिका सहित अन्य विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर अभिभावकों ने केंद्र सरकार से उन्हें बाहर निकालने की गुहार लगाई है।

खार्कीव में हमले तेज होने से अब विद्यार्थियों को खाने के भी लाले पड़ गए हैं। शुरुआत में हास्टल की मेस से खाना स्वयं बनाकर खा लेते थे। इसके बाद दिन में केवल एक समय खिचड़ी मिलती रही। अब हालात यह हैं कि विद्यार्थियों को खिचड़ी भी नसीब नहीं हो रही है। ऐसे में बंकर में छिपे विद्यार्थियों के लिए आने वाले दिन भयावह हो सकते हैं। स्वजन के अनुसार जब बच्चों की सुरक्षा और उनके खाने को लेकर यूक्रेन और भारतीय एंबेसी के अधिकारियों से बात की तो वहां से भी संतोषजनक जवाब नहीं मिला।

21 विद्यार्थी रोमानिया बार्डर पर फंसे

नाहन शहर के अभिनव सैनी, रितिका सैनी व खुशबू हिमाचल के 21 विद्यार्थियों के साथ दो दिन से रोमानिया बार्डर पर रुके हैं। यहां से बहुत कम लोगों को आगे जाने दिया जा रहा है। अभिनव, रितिका सैनी व खुशबू कीव की एक यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस कर रहे हैं। यूक्रेन में जिला सिरमौर के नौ विद्यार्थी फंसे थेए जिनमें दो दो छात्राएं सोमवार शाम घर पहुंच गई हैं।