उपप्रधान भी डकार रहा गरीबों का राशन

उज्जवल हिमाचल। फतेहपुर

जिला कांगड़ा के विकास खंड फतेहपुर के तहत पंचायत प्रतिनिधियों व कर्मियों के आशीर्वाद से जहां कई धन्नासेठ गरीब बनकर सच के गरीबों का हक डकार रहे हैं, तो वहीं कहीं-कहीं खुद पंचायत प्रतिनिधि भी गरीबों का हक छीनने से पीछे नहीं रह रहे हैं। ऐसा ही एक ताजातरीन उदाहरण विकास खंड की पंचायत नंगाल का सामने आया है।

जहां का उपप्रधान खुद अपनी पत्नी के नाम का पीडीएस राशन कार्ड बनबाने में सफल रहा है, जिसके माध्यम से जहां हर महीने सस्ते राशन से उसका परिवार पेट भर रहा है, तो वहीं मौजूदा कोविड-19 महामारी के भयावक दौर दौरान फ्री में मिलने वाले चावल व दाल का भी फायदा उड़ा रहा है। उपप्रधान के दिव्यांग भाई राकेश कुमार ने बताया उसकी एक आंख से दिखाई नहीं पड़ता है। वहीं, कानो से भी कम सुनाई देता है।

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बताया उसने कई बार अपने भाई जनिकी पंचायत के उपप्रधान व अन्य प्रतिनिधियों को उसे बीपीएल या सस्ते राशन का लाभ दिलवाने की गुहार लगाई, लेकिन किसी को उस पर रहम नहीं आया, बल्कि उपप्रधान जनिकी उसके भाई ने खुद को सस्ते राशन में डलवा लिया। उसने सरकार व विभाग से अपील की है कि उसे भी किसी योजना के तहत लाभ देने की कृपा करते हुए सस्ते राशन व अन्य सरकारी सुविधाओं का लाभ ले रहे अपात्र लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जाए।

वहीं, नंगाल स्थित सस्ते राशन के डिपू पर तैनात सेल्ज मैन मोहिंदर ने बताया उपप्रधान की पत्नी नीम देबी के नाम सस्ते राशन का राशन कार्ड यानिकी पीडीएस राशनकार्ड बना हुआ है। वहीं, खुद उपप्रधान कमल सिंह ने भी माना कि उसका सस्ते राशन का कार्ड बना हुआ है।

वहीं, पंचायत निरीक्षक फतेहपुर सुरेश कुमार का कहना है कि पंचायत प्रतिनिधि सरकारी स्कीम के तहत लाभ लेने के लिए पात्र नहीं होता है, फिर भी अगर किसी द्बारा सरकारी स्कीम का लाभ उठाया जा रहा है, तो जांच की जाएगी।