जोगिंद्रनगर देवता मेले की आमदनी का दस प्रतिशत कोरोना मृतकों के आश्रितों पर होगा खर्च

जतिन लटावा। जोगिंद्रनगर 

अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी के सफल आयोजन को लेकर शुरू हुई तैयारियों के साथ मंडी जिला के जोगेंद्रनगर में देवता मेले का रास्ता भी साफ हो गया है। मेले की रूपरेखा और तैयारियों को लेकर स्थानीय प्रशासन ने कमर कस ली है और अगर सबकुछ ठीकठाक रहा तो करीब तीन साल के लंबे अंतराल के बाद पहली अप्रैल से पांच अप्रैल तक जोगेंद्रनगर देवता मेले का भव्य आगाज होगा। मेला समिति के चेयरमैन व एसडीएम डाॅ मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि पूर्व में आयोजित देवता मेले की रूपरेखा पर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। मेले में पंजीकृत सभी देवी-देवताओं को आमंत्रित किया जाएगा। चैहारघाटी के सभी अराध्य देवी-देवताओं सहित कुल 120 देवी-देवताओं को निमंत्रण भेजे जाएगें।

मेले के शुभारंभ और समापन पर देवी-देवताओं की अगुवाई में प्रतिष्ठित लोगों के साथ शोभा यात्रा निकाली जाएगी। महिलाओं के सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेल प्रतियोगिताएं और कुश्ती मेले के मुख्य आकर्षण होगें। पांच दिवसीय देवता मेले में सांस्कृतिक संध्याओं का भी भव्य आगाज होगा जिसमें स्थानीय और हिमाचल प्रदेश के सुरीले गायक कलाकारों को अधिमान दिलाया जाएगा। बताया कि मेले के विभिन्न मदों से होने वाली आमदनी का दस प्रतिशत हिस्सा कोरोना संक्रमण से मृतकों के आश्रितों को भी दिया जाएगा। मेले के सफल आयोजन में प्रबुद्ध नागरिकों और स्थानीय कारोबारियों सहित पंचायत प्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों से भी सहयोग मांगा गया है।

दस मार्च के बाद होगी देवता मेले की पहली बैठक

एसडीएम डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि मेले की तैयारियों को लेकर जो रूपरेखा तैयार की जा रही है उसकी पहली अधिकारिक बैठक दस मार्च के बाद निर्धारित की गई है। बैठक में पंचायत प्रतिनिधियों के साथ विभागीय अधिकारियों, स्थानीय नगर परिषद और मेला समिति में शामिल पदाधिकारियों को आमंत्रित किया जाएगा। इस दौरान मेले के शानदार आयोजन पर मंथन होगा। वहीं मेले की आमदनी और खर्चे पर प्रबुद्ध नागरिकों के सुझाव लिए जाएगें।