सुबह छह बजे फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू, माैके पर डटा प्रशासन

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। बाेह (धर्मशाला)

रुलेहड़ में सोमवार सुबह भू-स्‍खलन होने से तीन घर पूरी तरह से मलबे में दब गए थे, जबकि कुल 10 घरों को नुकसान पहुंचा है। पंचायत भवन व पशुपालन विभाग की डिस्‍पेंसरी भी मलबे की चपेट में आ गई है। विधानसभा क्षेत्र शाहपुर के रुलेहड़ में सुबह छह बजे फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। यहां पर मलबे में दबे 15 लोगों में से एक की मौत हो चुकी है, जबकि पांच को बचाव दल ने जिंदा बाहर निकाल लिया है। आधी रात को सात वर्ष के दो बच्‍चों को जिंदा निकाल लिया गया है। वहीं, नौ लोग अभी भी मलबे में दबे हुए हैं और मलबा बहुत अधिक मात्रा में है।

जिलाधीश कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने बताया वह खुद इस रेस्क्यू आपरेशन में टीम का हौसला बढ़ाते रहे। उन्होंने बताया कि सुबह छह बजे रेस्क्यू टीम ने अपना काम फिर शुरू कर दिया है। पर्यटन स्‍थल धर्मशाला में भी सोमवार को भारी बारिश के कारण काफी नुकसान हुआ है। भागसू नाग में नाला डायवर्ट होने से कई वाहन बह गए। इनमें अधिकतर वाहन यहां घूमने आए पर्यटकों के थे। फील्ड कानूनगो टेक चंद, ऑफिस कानूनगो, अक्षय कुमार, पटवारी अरुणेश, एसडीएम शाहपुर, डीएसपी, पुलिस अधीक्षक व अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर हैं। 50 के करीब एनडीआरएफ के जवान कार्य में जुटे हैं, जबकि तीन से अधिक जेबीसी सहित अन्य उपकरणों की मदद ली जा रही है।

पील्ड कानूनगो टेक चंद ने बताया कि उन्होंने इस क्षेत्र की मैपिंग की थी, लेकिन आज यहां पर सिर्फ और सिर्फ मलबा ही है। मोबाइल की लोकेशन के आधार पर एनडीआरएफ की टीम काम कर रही है। जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन मुस्तैदी से काम कर रहा है। जिला कांगड़ा में मूसलधार बारिश ने सोमवार को कहर बरपाया। भागसूनाग में नाले का बहाव बदलने से कारें व मोटरसाइकिल बह गए। चैतड़ू और शिला में खड्ड में बाढ़ आने से किनारे बसे छह मकान बह गए। पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोटला व राजोल के पास दो पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिससे आवाजाही प्रभावित रही। वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा जा रहा है। प्रदेश के अन्य भागों में नुकसान हुआ है।