कुलपति से आर्शीवाद ले ऑस्ट्रेलिया रवाना हुए शोधार्थी आकाशदीप

बायोएनर्जी उत्पादन पर धान फसल प्रणाली की मॉडलिंग पर होगा एक माह प्रशिक्षण  

Researcher Akashdeep left for Australia after taking blessings from Vice Chancellor

उज्जवल हिमाचल। पालमपुर

चौसकु हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के शोधार्थी आकाशदीप सिंह ऑस्ट्रेलिया के दक्षिणी क्वींसलैंड विश्वविद्यालय में एक महीने तक उन्नत प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। विदेश रवाना होने से पूर्व आकाशदीप ने शनिवार को कुलपति प्रोफेसर एच.के. चौधरी से मुलाकात की। कुलपति चौधरी ने प्रसन्नता व्यक्त की कि सस्य विज्ञान विभाग के पीएचडी शोधार्थी आकाशदीप सिंह बायोएनर्जी उत्पादन के लिए धान फसल प्रणाली की मॉडलिंग पर प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए 1-28 फरवरी तक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए दक्षिणी क्वींसलैंड के पर्यावरण विश्वविद्यालय के जीवन विज्ञान संस्थान में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।

कुलपति प्रो एच.के.चौधरी ने कहा कि कृषि उत्पादन प्रणालियों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का आकलन करने के लिए फसल सिमुलेशन मॉडल का उपयोग किया जाता है। ये बदलती जलवायु में कृषि उत्पादन के परिदृश्य बनाने के अवसर प्रदान करते हैं और व्यापक वातावरण के लिए प्रबंधन रणनीति तैयार करने के लिए विभिन्न स्थानों पर प्रायोगिक निष्कर्षों की तुलना करने में मदद करते हैं। उन्होंने शोधार्थी आकाशदीप से नई किस्मों और प्रबंधन रणनीतियों की क्षमता का पता लगाने के लिए कहा।

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सस्य विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. नवीन कुमार ने बताया कि डॉ. ए.डी.बिंद्रा आकाशदीप सिंह के मार्गदर्शक हैं और एक महीने के प्रशिक्षण के दौरान शोधार्थी कृषि उत्पादन प्रणाली सिम्युलेटर पहल के अध्यक्ष डॉ. कीथ पेंबलटन के मार्गदर्शन में काम करेंगे। प्रधान अन्वेषक डॉ. रणबीर सिंह राणा ने बताया कि पांच वैज्ञानिकों और सात छात्रों को संरक्षित कृषि पर उन्नत कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी केंद्र पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के तहत प्राकृतिक खेती और अत्याधुनिक तकनीकों पर अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण के लिए प्रायोजित किया गया है।

संवाददाताः गौरव कौंडल

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