कफोटा कस्बे में बताए बेटियों के अधिकार

चमेल सिंह देसाइक। शिलाई
उपमंडल के कफोटा कस्बे में बाल विकास परियोजना विभाग की तरफ से जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया है। शिविर में जिला परिषद सदस्य मामराज शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया, मुख्य अतिथि को शॉल, टोपी पहनाकर सम्मानित किया गया है। आंगनबाड़ी केंद्र की महिलाओं ने “है शुभ अतिथि हमारे, अभिनंदन तुम्हारा”, गीत गाकर मुख्यअतिथि का स्वागत किया, ततपश्चात दिप प्रज्वलित किया गया तथा कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया है। विभागीय सुपरवाइजर हितेंद्र शर्मा ने शिविर की रूपरेखा से सबको अवगत करवाया।
मुख्य अतिथि मामराज शर्मा ने संबोधित करते हुए बताया कि  उच्चस्तरीय शिक्षा प्राप्त करके बेटिया  प्रदेश, देश व विश्व में आवाज बुलंद कर रही है, बेटियां आइएएस, आइपीएस होने के साथ-साथ वैज्ञानिक, अधिवक्ता, डॉक्टर, इंजीनियर बन रही है। इतना ही नही बल्कि महिलाएं कई देशों का प्रतिनिधित्व भी कर रही है, सामाजिक दृष्टि से भारत मे बेटियों को सबसे ऊंचा स्थान प्राप्त है बेटियां भारतीय समाज मे दो कूल(परिवारों) को सहारा देकर सफल बनाती है, जिस घर मे बेटी पैदा होती है वहां साक्षात लक्ष्मी उपस्थित रहती है और जहां व्याही जाती है । उस परिवार के सभी दोष समाप्त हो जाते है बेटियों को तपस्विनी व आदिशक्ति कहा जाए तो गलत न होगा, केंद्र सरकार के अभियान को सभी लोगो ने मिलकर सफल बनाना है तथा भारत देश विश्व का शिखर है यह सत्य करके दिखाना है। मुख्यअतिथि ने शिविर के दौरान टटीयाणा निवासी रिजुल शर्मा व बोकाला पंचायत निवासी सान्वी शर्मा को एफडी वितरित कर योजना का लाभ पहुँचाया है। उलेखनीय है कि केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा चलाई गई “बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ” योजना को सफल बनाने के लिए लाखों रुपये बजट खर्च किया जा रहा है बाल विकास परियोजना विभाग की कार्यकता घर-घर जाकर देश वासियों को जागरूक कर रही है विभाग व सरकार के सौजन्य से जगह-जगह जागरूकता शिविर लगाए जा रहे है। इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि डॉ शबर्तन , प्रधान ग्राम पंचायत टटीयाणा पार्वती,  प्रधान ग्राम पंचायत ठोंठा निशा देवी, प्रधान व उपप्रधान ग्राम पंचायत बोकाला-पाब  मनीशा चौहान, प्रेम शर्मा जी, उप प्रधान ग्राम पंचायत दुगाना श्री फतेह सिंह, प्रधान, उपप्रधान पंचायत शिल्ला विमला देवी, पर्यवेक्षक हितेन्द्र शर्मा, पर्यवेक्षक बाला शर्मा, रंगीलाल पुंडीर, संत राम, आशा कार्यकता, आँगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आईसीडी, फीमेल हेल्थ वर्कर, विभिन्न पंचायतों से शिशुओं की माताएं व स्थानीय महिलाएँ उपस्थित रही।