पराशर द्वारा नाहन नगरोटा में आयोजित 51वें कैंप में पहुंचे 552 लाभार्थी

कैप्टन संजय ने परागपुर में खोला 20वां निशुल्कि कंप्यूटर व इंग्लिश लर्निंग सेंटर

उज्जवल हिमाचल। परागपुर

कैप्टन संजय द्वारा जसवां-परागपुर क्षेत्र को मोतियाबिंद मुक्त करने का अभियान शनिवार को नाहन नगरोटा पंचायत में पहुंच गया। पराशर द्वारा 51 वें निशुल्क मेडिकल कैंप में 552 लाभार्थियों ने भाग लिया। अब अगले स्वास्थ्य शिविर 3 अप्रैल को नलसूहा और 5 अप्रैल को कोलापुर पंचायतों में आयोजित किए जाएंगे। वहीं, संजय ने सरस्वती विद्या मंदिर, परागपुर में 20वें निशुल्क कंप्यूटर व इंग्लिश लर्निंग सेंटर का भी लोकापर्ण किया। नाहन नगरोटा में कैप्टन संजय ने कहा है कि उनके द्वारा निभाए जा रहे सामाजिक सरोकारों के पीछे ईश्वरीय कृपा ही है।

पराशर ने कहा कि उनके विजन में शिक्षा, रोजगार व स्वास्थ्य सबसे पहले आता है। जब पहली बार स्वाणा गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया तो उन्होंने खुद कल्पना नहीं की थी कि मेडीकल कैंपों का आंकड़ा सवा वर्ष से कम समय में यहां तक पहुंच पाएगा। बावजूद किसी दैवीय शक्ति द्वारा सकारात्क ऊर्जा प्रदान करने व स्थानीय वासियों द्वारा ऐसा वातावरण व माहौल इन कैंपों में बनाया गया, जिससे उन्हें शिद्दत से काम करने में मदद मिली। इस मेडीकल कैंप में 358 लाभार्थियों ने अपनी आंखों की जांच करवाई तो शिविर में 98 ने कानों का चेकअप करवाया। 202 मरीजों को निशुल्क चश्मे वितरित किए गए। 251 मरीजों को आई ड्राप्स दिए गए। जबकि आंख चेक करने वाले चिकित्सा विशेषज्ञों ने 68 मरीजों को मोतियाबिंद का आपरेशन करवाने की सलाह दी। इन मरीजों के मोतियाबिंद के निशुल्क अापरेशन कांगड़ा के निजी अस्पताल में होंगे।

शिविर में 43 मरीजों को कानों की मशीनें फ्री में वितरित की गईं तो 58 मरीजों को कानों की दवाई भी दी गई। इसके साथ ही कैंप में पहुंची 66 महिलाओं निशुल्क सैनेटरी पैड भी वितरित किए गए। 122 मरीजों के शुगर, बीपी और इसीजी के टेस्ट भी किए गए। इसके अलावा शिविर में 16 परिवारों के मुफ्त में हिमकेयर कार्ड बनाने के लिए जरूरी औपचारिकता पूरी की गई। स्वास्थ्य शिविर में 19 गांवों के लाभार्थियाें ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। कैंप में पहुंचे नाहन नगरोटा के राज कुमार, सत्या देवी, सुदर्शना, रंजना कुमारी, सवित्री देवी व सीता देवी, घल्लौर की रमनकांता और कलूहर गांव के रूप लाल ने इस क्षेत्र में मेडीकल कैंप लगाने के लिए पराशर का आभार जताते हुए कहा कि गांववासियों को घर-द्वार पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हुई हैं आैर कैंप में ही चश्मे व कानों की मशीनें भी मिल गईं।

उधर, सरस्वती विद्या मंदिर, परागपुर परिसर में इंग्लिश लर्निंग सेंटर के लोकार्पण अवसर पर संजय ने कहा कि शिक्षा एक ऐसा गहना है जिसे कोई नहीं चुरा सकता। जीवन में आगे बढ़ने के तीन मंत्र हैं शिक्षा, शिक्षा और शिक्षा। शिक्षा ही जीवन का अनमोल रत्न है, जो मनुष्य को लगातार तरक्की की राह पर ले जाता है। इसी से सफलता के द्वार खुलते हैं। इसिलए वह विद्यार्थियों को लग्न व परिश्रम से पढ़ाई करने की सीख देते हैं। इस मौके पर स्कूल के प्रधानाचार्य वीरेन्द्र कुमार कहा कि पराशर शिक्षा के लिए अपने संसाधनो से बहुत बड़ा काम कर रहे हैं। उन्होंने इस विद्यालय में चालीस लाख रूपए की लागत से विज्ञान प्रयोगशाला का निर्माण करवाया तो अब लर्निंग सेंटर खोलकर एक बार फिर से क्षेत्रवासियों का दिल जीत लिया है।