कश्मीर में आतंकी हिंसा से निपटने के लिए एनआइए, आइबी और रा के वरिष्ठ अधिकारियों ने जामया डेरा

उज्जवल हिमाचल डेस्क…

कश्मीर घाटी में लगातार हो रही हिंसक घटनाओं से निपटने के लिए सरकार ने कार्रवाई करते हुए सुरक्षा एजेंसियों को इसके लिए सर्तक कर दिया है। सीआरपीएफ के महानिदेशक समेत एनआइए, आइबी और रा के दो दर्जन वरिष्ठ अधिकारियों ने कश्मीर में अपना डेरा जमा लिया है। यह अधिकारी हाल ही में हुई आतंकी घटनाओं के पीछे की पूरी साजिश को जानने में जुटे हुए हैं, तथा आगमी ऐसी घटनाओं को रोका जा सके इसके प्रति रणनीति भी बनाएंगे। वहीं, सेनाध्यक्ष एमएम नरवणे भी आज जम्मू के दौरे पर हैं। पुंछ-राजौरी सेक्टर में बढ़ते आतंकवाद विरोधी अभियानों के बीच सेना प्रमुख सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे और सैनिकों और कमांडरों के साथ बातचीत करेंगे।

सेना प्रमुख को नियंत्रण रेखा के साथ सुरक्षा ग्रिड और आंतरिक इलाकों में आतंकवाद विरोधी अभियानों के बारे में वरिष्ठ सैन्य अधिकारी जानकारी देंगे। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में रविवार को आतंकवादियों ने दो गैर-कश्मीरी मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी और एक अन्य को घायल कर दिया। 24 घंटे से भी कम समय में गैर.स्थानीय मजदूरों पर यह तीसरा हमला है। बिहार के एक रेहड़ी-पटरी वाले और उत्तर प्रदेश के एक बढ़ई की शनिवार शाम को आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। कश्मीर में गैर-स्थानीय कामगारों पर सिलसिलेवार हमलों के बाद दहशत फैल गई है और कई अब यूपीए बिहार समेत देश के अन्य राज्यों के कामगार घाटी से लौटने लगे हैं।

दूसरी तरफ, सोमवार को जम्मू.कश्मीर में आतंकियों की बढ़ी गतिविधियों के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश में सुरक्षा के हालात की समीक्षा की है। सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर की ताजा घटनाओं पर चिंता जताते हुए अमित शाह का कहना था कि हताशा में आतंकी लोगों में दहशत फैलाने के लिए निर्दोष लोगों को निशाना बना रहे हैं। लेकिन साथ ही यह भी साफ कर दिया कि सीमा पार बैठे आतंकियों के आका अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाएंगे। सुरक्षा बलों पर भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें नई चुनौतियों से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहना होगा।