गुरू रविदास ने ऊंच-नीच के भेदभाव को समाप्त करने में निभाई अहम भूमिका

शाहपुर कॉलेज में गुरू रविदास जी की जयंती का आयोजन

उज्ज्वल हिमाचल। शाहपुर

राजकीय महाविद्यालय शाहपुर में हिंदी विभाग की प्राध्यापिका आशा शर्मा के दिशा निर्देश में रविदास जयंती का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. विश्वजीत सिंह मौजूद रहे। कार्यक्रम में नंदिनी राणा और पलक ने रविदास जी के जीवन पर प्रकाश डाला। पल्लवी ने रविदास जी के जीवन पर एक कविता सुनाई। हिताक्षी, चाहत, रिया और सूरज ने दोहा वाचन किया।

वहीं मुमताज ने रविदास के जीवन की रोचक घटना सांझा की। । प्राचार्य डॉ. विश्वजीत सिंह ने अपने सम्बोधन में विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि संत रविदास भक्तिकाल के महान संतो में से एक थे। इन्होंने अपना पूरा जीवन ईश्वर भक्ति एवं समाज की सेवा में लगा दिया। रविदास ने समाज से जात पात, ऊंच नीच के भेदभाव को समाप्त करने में अहम भूमिका निभाई है।

इनके दोहे आज के समय में भी बहुत प्रासंगिक है। रविदास जी ने अपने पैतृक काम को अपनाते हुए जूता सिलने का काम किया। वो अपने काम को बहुत ईमानदारी से करते थे। रविदास जयंती संत रविदास के जन्म के रूप में मनाया जाता है।
कार्यक्रम में 121 विद्यार्थी एवं डॉ. सुरेंद्र कुमार अत्री, डॉ. सतीश कुमार, डॉ. भावना, डॉ. शिवानी उपस्थित रहे।

संवाददाताः मनीश कोहली

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