शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने नगर निगम शिमला के कार्यों की समीक्षा की

उज्जवल हिमाचल । शिमला

शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज यहां नगर निगम शिमला के अधिकारियों के साथ निगम द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न विकासात्मक योजनाओं और परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।

उन्होंने कहा कि शिमला शहर को प्रकृति ने मनोहर सुन्दरता प्रदान की है तथा यह शहर ऐतिहासिक व धरोहर की दृष्टि से सदा लोगों विशेषकर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है। उन्होंने कहा कि शिमला शहर के विभिन्न पार्कों का सौन्दर्यकरण किया जाना चाहिए ताकि पर्यटकों के लिए आकर्षण के स्थल सृजत किए जा सके। उन्होंने अनाडेल में गोल पहाड़ी तथा माल रोड पर आशियाना के नजदीक निर्माणाधीन पार्कों को समय पर पूर्ण कर लोगों को इनका लाभ प्रदान करने के निर्देश दिए।

सुरेश भारद्वाज ने नगर निगम शिमला के अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोगों को भवनों के नक्शों के लिए स्वीकृति प्रक्रिया में एक बार में ही सभी आपत्तियों के बारे मे अवगत करवाया जाए ताकि उनका बहुमूल्य समय बचाया जा सके और इस प्रक्रिया को सरल बनाया जा सके।

शहरी विकास मंत्री ने निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि निगम के पास उपलब्ध 6 स्विपिंग मशीनों के माध्यम से शिमला शहर के विभिन्न वार्डों में साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए।

उन्होंने कहा कि शिमला में राजीव गांधी आवास योजना के तहत 64 आवास बनाए जाएंगे जिसमें से 48 आवास बनाए जा चुके हैं तथा 16 आवास निर्माणाधीन है। उन्होंने निगम के अधिकारियों को केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित की जा रही सभी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

नगर निगम शिमला के आयुक्त आशीष कोहली ने इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री का स्वागत किया तथा उन्हें विश्वास दिलवाया कि उनके द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का निष्ठा से पालन किया जाएगा। उन्होंने निगम के विभिन्न विकासात्मक कार्यों के बारे मंत्री को अवगत भी करवाया। बैठक के दौरान नगर निगम शिमला के अतिरिक्त आयुक्त अजीत भारद्वाज तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

एडवोकेट रमाकांत शर्मा का निधन अपूर्णीय क्षति : सुक्खू
शिमला।
कांग्रेस विधायक व पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश बार काउंसिल के चेयरमैन एडवोकेट रमाकांत शर्मा के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है। सुक्खू ने कहा कि उन्होंने अपना एक सच्चा व अच्छा साथी खो दिया। उनका निधन व्यक्तिगत तौर पर मेरे लिए व समाज के लिए अपूर्णीय क्षति है। उन्होंने एक साथ लॉ की पढ़ाई की थी। वह बहुत ही सरल स्वभाव के थे, उनका जीवन बहुत ही सादगी व ईमानदारी के साथ आगे बढ़ा। वह हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते थे। बीते कुछ दिनों से वह अस्वस्थ चल रहे थे। उन्होंने कोरोना को मात दे दी थी, लेकिन जिंदगी की जंग नहीं जीत पाए। वह आईजीएमसी शिमला में उपचाराधीन थे। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की है कि वे दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें। साथ ही शोक संतप्त परिवार को यह असहनीय आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करें। रमाकांत शर्मा की मृत्यु से उन्हें भी गहरा सदमा लगा है। चूंकि, उनके साथ मेरे आत्मीय संबंध रहे। कुछ समय पहले उन्होंने सोलन जिले के अपने एक एडवोकेट मित्र को भी कोरोना महामारी के कारण ही खो दिया था।