ज्वालामुखी व प्राचीन लाल शिवालय में गूंजे जयकारे

पंकज शर्मा। ज्वालामुखी
शक्तिपीठ ज्वालामुखी के शिव मंदिरों व प्राचीन लाल शिवालय मंदिर में शिवरात्रि धूमधाम से मनाई गई। यहां लाल शिवालय मंदिर में सुबह से ही शिव भक्तों ने शिव शंकर का पूजन करना शुरू कर दिया और भोले के जयकारे गूंजते रहे। शिव भक्तों ने भोलेनाथ का दूध, गंगाजल, दही, शहद, शक्कर व फल, भांग, धतूरा आदि से जलाभिषेक किया। लाल शिवालय में भक्तों के लिए फलाहार का भंडारा भी लगाया गया।

इस बारे में पुजारी अविनेद्र शर्मा ने बताया कि लाल शिवालय मंदिर में शिवरात्रि का विशेष पूजन किया गया। शिवरात्रि पर्व भोले नाथ व शिव शंकर भगवान का सबसे बड़ा त्यौहार है आज ही के दिन भोलेनाथ का विवाह माता पार्वती से संपन्न हुआ था। यह फागुन मास की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को शिवरात्रि महोत्सव पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। सभी भक्तजन आज के दिन शिव का पंचोउपचार, दशोउपचार, षोड्षउपचार पूजन करते हैं। भोलेनाथ अपने सभी भक्तों की मनोकामनाओं को पूरी करते हैं। भगवान भोले नाथ शिव भगवान अपने सभी भक्तों की मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं। यह दिन सभी भक्तों के लिए पुण्य का दिन होता है। भोले शंकर का आज के दिन पूजन करेने से पूरे साल का फल प्राप्त होता है। इसी तरह धनोट में शिव महापुराण का कथा वाचन किया गया और पूर्णाहुति डालकर उसका समापन किया गया। प्राचीन लाल शिवालय मंदिर में आज सभी भक्तों के लिए फलाहार के भंडारे का भी आयोजन किया गया। वहीं, ज्वालामुखी के सभी छोटे-बड़े शिव मंदिरों में भी शिवरात्रि धूमधाम से मनाई गई और कई जगहों पर भंडारे का आयोजन किया गया।