दुकानदाराें ने सीएम से मंदिरों को बंद करने के निर्णय पर पुनर्विचार की उठाई मांग

एसके शर्मा। हमीरपुर

प्रदेश सरकार द्वारा मंदिरों को बंद करने के निर्णय को लेकर मंदिरों पर आश्रित दुकानदारों ने मुख्यमंत्री से इस निर्णय पर पुनर्विचार करने की मांग उठाई है। इस विषय पर वीरबार को व्यापार मंडल दियोटसिद्ध द्वारा आपात बैठक का आयोजन किया गया तथा इस निर्णय को वापस लेने की मांग उठाई। व्यापार मंडल दियोटसिद्ध के प्रधान संजय कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में दर्जनों दुकानदार उपस्थित हुए तथा इस्मत से सभी दुकानदारों ने यह मांग उठाई कि सरकार के इस निर्णय से मंदिरों पर आश्रित दुकानदारों को भूखे मरने की नौबत आ जाएगी तथा सैंकड़ों परिवारों सरकार के इस निर्णय से प्रभावित होंगे।

व्यापार मंडल के सदस्यों ने कहा कि पिछले वर्ष उन्होंने लगभग पूरा वर्ष ही लोकडाउन को झेला है। क्योंकि मंदिर सबसे पहले बंद हुए थे तथा सबसे लेट खुले थे। इस कारण लगभग पूरा वर्ष उन्होंने रोजी-रोटी का संकट झेला है, लेकिन सरकार ने बिना किसी ठोस कारण मंदिरों को एकदम से बंद करने का निर्णय लेकर फिर से सैंकड़ों परिवारों को संकट में डाल दिया है। व्यापार मंडल ने मुख्यमंत्री से इस निर्णय पर पुनर्विचार करके इसे तुरंत वापस लेने की मांग उठाते हुए कहा कि पिछले साल हम सबने सरकार के निर्णयों पर सहयोग किया था तथा खुद आर्थिक संकट झेल लिया, लेकिन इस बार इसे सहन करने की क्षमता किसी भी व्यापारी में नहीं बची है।

व्यपारियों का कहना है कि पहले से ही मंदी की मार हम झेल रहे थे तथा अभी कुछ समय पहले हमारा कामकाज पटरी पर लौटने लगा था, लेकिन सरकार ने मंदिररों को बंद करने के निर्णय लेने से पहले एक दफा भी यह नहीं सोचा कि मंदिरों पर आश्रित दुकानदार अपनी रोजी-रोटी कैसे चलाएंगे। व्यापार मंडल दियोटसिद्ध ने इस बाबत मुख्यमंत्री से इस निर्णयों को वापस लेने की मांग उठाते हुए कहा कि इस निर्णय से हम संपूर्ण लॉकडाउन जैसी स्थिति में आ जाएंगे। क्योंकि जब मंदिरर ही बंद होंगे, तो श्रद्धालु नहीं आएंगे और जब श्रद्धालु नहीं आएंगे, तो मंदिरों पर आश्रित दुकानदार कैसे अपनी रोजी-रोटी चलाएंगे।