सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क को पहनना भुली करसोग की जनता

पियूष शर्मा। करसोग

कोरोना वायरस के संक्रमण से इस समय संपूर्ण विश्व जूझ रहा है। इसकी रोकथाम को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा दिशानिर्देश भी जारी किए गए हैं। लेकिन प्रतिदिन कोरोना के बढ़ रहे मामलों के बावजूद लोग सरेआम मास्क लगाने के नियम की धज्जियां उड़ा रहे हैं। वहीं पुलिस भी अब इस सब को देखकर भी मूकदर्शक बनी हुई है। कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है, उपमंडल करसोग बजार में सबसे अधिक व्यस्त क्षेत्र करसोग बस स्टैंड पर देखने को मिला। जहां पर मौजूद सवारियों, दुकानदारों, प्राईवेट बसों के चालक व परिचालकों द्वारा सरेआम निमयों की धज्जियां उड़ाते हुए बिना मास्क कोरोना से आजादी का जश्न मनाया जा रहा है। मौके पर लोग अपनी और अन्य के जीवन के साथ खिलवाड़ कर मास्क का उपयोग न कर कोरोना महामारी के नियम का मजाक उड़ा रहे हैं।

वहीं इस नियम को तोड़ने में बस स्टैंड पर मौजूद दुकानदार, प्राईवेट बस कर्मी भी पीछे नहीं है और बस में सफर कर रहे यात्री बिना मास्क नियमों की सरेेेआम अवेहलना कर रहे हैं। इससे यही प्रतीत होता है कि करसोग जैसे ग्रामीण क्षेत्र में इस वक्त कोरोना महामारी रूपी ज्वालामुखी पर बैठा हुआ जो लोगों व पुलिस प्रशासन की लापरवाही के कारण कभी भी फट सकता है।