समाजसेवी का 75वें स्वतंत्रता दिवस को मनाने का अनोखा अंदाज

चैन गुलेरिया। जवाली

जवाली विधानसभा क्षेत्र से नगरोटा सूरियां के वजीर खानदानी परिवार से सम्बन्ध रखने वाले समाजसेवी संजय गुलेरिया ने आज 15 अगस्त को 75वें स्वतंत्रता दिवस को एक बड़े अनोखे अंदाज में अपने हजारों की संख्या में आए शुभ चिंतकों सहित अपने गृह निवास पर स्वतंत्रता सेनानियों की शहादत को याद करते हुए पहले तिरंगा लहराने की रस्म अदा की, उसके उपरांत साई बाबा के कीर्तन से मनाने की शुरुआत की औऱ लगभग 5000 के करीब अपने शुभचिंतकों को साई बाबा के भजनों से निहाल करके मनाया गया।

तत्पश्चात सभी भक्तजनों व लगभग 8000 के करीब अपने शुभचिंतकों को प्रीति भोज से भी नवाजा गया। इस शुभ अवसर पर शाहपुर विधान सभा क्षेत्र के विधायक एवं मंत्री सरवीण चौधरी, पूर्व विधायक व वर्तमान वाईस चेयरमैन मनोहर धीमान, पूर्व मंत्री हरबंस सिंह राणा, सचिव युवा एवं खेल मंत्रालय व डिविजनल कमिश्नर कांगड़ा एस एस गुलेरिया, ब्रिगेडियर यशपाल गुलेरिया , महन्त सतीश वत्स, जवाली विधानसभा क्षेत्र की समस्त पंचायतों से पूर्व व मौजूदा प्रधान, उपप्रधान, मेंबर व बीडीसी सदस्यों इत्यादि महानुभावों ने अपनी हाजरी दर्ज करवाई, लेकिन बड़े हैरत की बात है कि इतने बड़े कार्यक्रम में जवाली विधान सभा क्षेत्र के आला नेता नजर नहीं आए।

यह नेता लोग जब संजय गुलेरिया वाईस चेयरमैन बनने के बाद अपनी विधान सभा क्षेत्र में दाखिल हुए, तो जगह-जगह पर जैसे भाली, 32 मील, कोटला, धडूं, भलाड, दरकाटी, लव, जवाली और आखिर में नगरोटा सूरियां पहुंचने पर जनता द्वारा भव्य स्वागत किया गया। उस वक्त भी यह लोग लुप्त रहे। इतना ही नहीं केवल दो दिनों के बाद फ़तेहपुर विधानसभा में हिमाचल के माननीय सीएम जयराम ठाकुर आए, तो उस समय भी यह आला नेता गायब थे। ऐसा माना जा रहा है कि या तो इन नेता लोगों को एलर्जी हो गई है या फिर भाजपा से कन्नी काटना चाहते हैं।

स्वतंत्रता सेनानियों के इस पावन अवसर पर संजय गुलेरिया की पत्नी बबिता गुलरिया ने अति गरीब परिवार की 21 लड़कियों को गोद लिया है, जोकि अभी तीसरी चौथी और पांचवीं में पड़ती है। बबिता गुलरिया ने अपने खाते से 5 वर्ष तक उन लड़कियों को हर महीने खाते में 500/-रुपए प्रति लड़की के हिसाब से डाकघर में जमा करने का बीड़ा उठाया है। यह राशि पांच वर्ष के बाद 35000 रुपए हो जाएगी और अगर इस राशि को आगामी पांच साल और रहने दिया जाएगा, तो यह राशि 80,000 रुपए हो जाएगी, जिससे उपरोक्त गरीव परिवारों को लड़की की शादी के दौरान बहुत भारी मदद मिल सकेगी।

संजय गुलेरिण की पत्नी बबिता गुलेरिया द्वारा उठाए इस ऐतिहासिक कदम जो कि गरीव बच्चियों के उज्ज्वल भविष्य उठाया है। इस पर बविता गुलेरिया गरीव बच्चियों के 6 लाख 30 हजार प्रीमियम भरेगी। बबिता गुलेरिया द्वारा उठाए इस पुण्य कार्य को जवाली विधानसभा की जनता ने खूब सराहा। यह एक ऐतिहासिक पहल है इससे पहले इस पावन दिवस को केवल तिरंगा लहराकर ही अपना फर्ज समझते थे, लेकिन अब इस समाजसेवी जोड़ी ने स्वतन्त्रता दिवस के महत्त्व को और ज्यादा बढ़ा दिया। इस दिन का समाजसेवा प्रति लिया फैसला ऐतिहासिक फैसला व शहीदों के नाम का फैसला होगा।