प्रदेश के इस सैनिक को मिलेगा पुलिस मेडल फॉर गैलेंट्री आवार्ड

सैनिक ने इनामी खूंखार आतंकवादी को उतारा था मौत के घाट

सुरेंद्र जम्वाल। बिलासपुर

घुमारवीं नगर परिषद के साथ लगती पंचायत दकड़ी के गांव चुवाड़ी के सैनिक जगदीश कुमार पुत्र स्व. सुख राम डाकघर व तहसील घुमारवीं जिला बिलासपुर को 75वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर बहादुरी पुरुस्कार “पुलिस मेडल फॉर गैलेंट्री” मिलना घोषित हुआ है। जगदीश कुमार इस समय कश्मीर घाटी मे अपनी सेवाएं देते हुए भारत माता की रक्षा कर रहे हैं। उन्हें यह बहादुरी पुरस्कार एक खुंखार आतंकवादी को ठिकाने लगाने में किए गए ऑपरेशन में अदम्य साहस दिखाने के लिए दिया गया।

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इस ऑपरेशन को अंजाम देते हुए जगदीश राम के एक साथी भी शहीद हो गए थे। इस आतंकवादी ताहिर अहमद भट्ट के ऊपर छह लाख रुपए का इनाम रखा गया था, जिसे 17 मई,2020 को मौत के घाट इस सैनिक ने उतारा था। इस पुरस्कार के मिलने के साथ ही सैनिक को सैलरी के अलावा छह रुपए प्रतिमाह ता उम्र मिलेगा और 74 प्रतिशत छूट के साथ ट्रेन व हवाई जहाज में मिलेगी तथा अपने साथ एक अटैडट भी ले जा सकता है। सैनिक को आय कर भी पूर्ण तय मुफ्त होगा तथा प्रदेश सरकार एक प्लांट भी देगी। यह पुरस्कार 20 दिसंबर को जब यूनिट की वर्षगांठ होती है, उस दिन राष्ट्रपति द्धारा दिया जाएगा।

ऐसे जांबाज सैनिक ही हमारे देश की रक्षा करते हैं, तभी जनता चैन की नींद सो पाती है। इससे पूर्व भी सशस्त्र सीमा बल में कार्यरत घुमारवीं क्षेत्र के चुवाड़ी गांव के जगदीश कुमार को राष्ट्रपति द्वारा भारतीय पुलिस मेडल व प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जा चुका है। यह सम्मान उन्हें दिल्ली में सशस्त्र सीमा बल की वर्षगांठ पर गृह मंत्री राजनाथ भी पहले भी मिल चुका है। जगदीश कुमार ने दूरभाष पर विशेष बातचीत में बताया कि वे निरोधक सामान्य प्रशिक्षण केंद्रीय सशस्त्र सीमा बल में कार्यरत हैं, उन्हें पहले भी भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा सराहनीय सेवा को मान्यता देते हुए मेडल से राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

जगदीश कुमार 1987 में सशस्त्र सीमा बल में भर्ती हुए थे, वह अपने कार्य क्षेत्र में दिन रात लगातार कार्य करते हुए 1989 में लांस नायक 1991 में नायक 1997 में मुख्य आरक्षी वर्ष 2006 में उप निरीक्षक तथा वर्ष 2011 में निरीक्षक पदों से सम्मानित किया गया है। वह अपने 34 वर्ष के कार्यकाल में हिमाचल प्रदेश गुजरात भोपाल आसाम बंगाल मणिपुर दिल्ली स्पेशल प्रोटक्शन ग्रुप एसपीओ में कार्य कर चुके हैं।

असम जैसे जहीन क्षेत्राें में जगदीश कुमार ने एक वर्ष के अंतराल में भारत भूटान बॉर्डर में गैरकानूनी तस्करी की रोकथाम के दौरान छह करोड़ 20 लाख के समान के साथ 36 तस्करों काे पकड़ा था। इस सराहनीय योगदान के लिए जगदीश कुमार को भारत सरकार द्वारा 2008 में महानिदेशक सशस्त्र सीमा में डीजी डिस्क की उपाधि देकर सम्मानित किया जा चुका है। इस समय जगदीश कुमार अप्रैल 21 से उच्च पद पर काब्बिज होते हुए सहायक कमाड़ के पद पर कार्यरत हैं।