घुमारवीं अस्पताल से चार विशेषज्ञ डॉक्टर ट्रांस्फर

सिर्फ एमबीबीएस डॉक्टर देंगे सेवाएं

सुरेंद्र जम्वाल। बिलासपुर

एक तरफ सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर हर मंच से बड़े बड़े दावे करती हैं तो दूसरी तरफ धरातल पर सुविधाओं का कमी नजर आ रही है ऐसा ही मंजर बिलासपुर जिले के दूसरा सबसे बड़े अस्पताल घुमारवी में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी हो रही है । इसकी सूचना के लिए प्रशासन ने बाकायदा एक पोस्टर दीवार चिपकाया हुआ है जिसमें लोगों से सहयोग का आग्रह किया है । इस अस्पताल से घुमारवी विधान सभा ,सदर व झंडुता के लोगों को फिर से दूर दराज या फिर निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ेगा । एस अस्पताल मे तीनों विधानसभाओं के लगभग एक लाख लोग निर्भर थे । जानकारी के अनुसार अस्पताल में 10 चिकित्सक अपनी सेवाएं दे रहे थे । इनमें से 4 विशेषज्ञ चिकिस्तक , एक सर्जन व 5 एमबीबीएस सेवा दे रहे थे ।

मरीजों को दूर दराज या फिर निजी अस्पतालों का करना पड़ेगा रुख

लेकिन अब 4 विशेषज्ञ यहां से स्थानांतरित हो गए हैं । जिससे लोगों को अब यहां पर फिर से विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं नहीं मिलेंगी। आबादी को देखते हुए इस अस्पताल में सभी डॉक्टर होने चाहिए लेकिन चिकित्सकों की कमी हो रही है । अस्पताल मे हर रोज लगभग पांच सौ के करीब ओपीडी मे मरीज आते हैं । लेकिन अब डॉक्टर न होने से उन्हें निजी क्लिनिक का रुख करना पड़ता है । निजी अस्पतालों की भारीभरकम फीस और सिर दर्द बढ़ा देती है। लोगों का कहना है कि अब घुमारवीं में स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं मिलना शुरू हो गई थीं लेकिन एकाएक डॉक्टरों का स्थानांतरण होने से फिर से सुविधाओं की कमी होगी।

इसका सीधा असर जनता की सेहत पर पड़ेगा तथा गरीब लोगों को आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ेगा। लोगों सरकार से मांग की है कि क्षेत्र के लोगों की सेहत का ध्यान रखते हुए यहां पर विशेषज्ञ चिकित्सकों के पदों को शीघ्र भरा जाए। इतनी आबादी को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने वाले इस अस्पताल में कभी भी चिकित्सकों की कमी न हो, ताकि लोगों को निजी व दूर दराज के क्षेत्र में इलाज को न जाना पड़े। घुमारवीं अस्पताल क्षेत्र भर के मध्य में स्थित है और लोग अपने इलाज को यहां पहुंचते हैं। लेकिन विशेषज्ञ चिकित्सकों के यहां पर न होने से एक बार फिर लोगों को असुविधाओ का सामना करना पड़ेगा ।