नालागढ़ के किरपालपुरा में 5 साल बीत जाने के बाद भी नहीं बना खेल स्टेडियम

सरकार द्वारा 2016 में दिए थे 50 लाख रूपये

सुरेंद्र सिंह सोनी। नालागढ़

भारत देश के खिलाड़ी जहां देश विदेश में अपने नाम का परचम लहरा रहे है वहीं एक और सरकार जहां प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए व खिलाड़ियों को हर सुविधा मुहैया करवाने के दावे करती है। वहीं वो दावे हल्के पड़ते नजर आ रहे है। बात की जाए नालागढ़ में बनने वाले खेल स्टेडियम की जहां पीडब्ल्यूडी विभाग को 5 साल पहले जमीन व कार्य की शुरुवात के लिए दी गई राशि की पहली किश्त भी सौंपी गई थी। लेकिन हैरानी की बात है यह है कि 5 साल के लंबे अंतराल के बावजूद भी अभी तक खेल स्टेडियम का कार्य शुरू भी नहीं हो पाया है। पिछले काफी लंबे समय से नालागढ़ क्षेत्र के युवाओं की मांग थी कि नालागढ़ में एक खेल स्टेडियम होना चाहिए सरकार ने उनकी इस मांग को देखकर किरपालपुरा में एक 19 बीघा जमीन चयनित की थी।

वहीं 2016 में खेल सडेडियम के लिये 5 करोड़ का अनुमान बना था जिसकी पहली किस्त 50 लाख की राशि पीडब्ल्यूडी विभाग को सौंपी गई थी लेकिन 5 साल बीत जाने के बाद भी 2021 तक स्टेडियम का कार्य शुरू नहीं हो पाया है जिसके चलते खिलाड़ियों व ग्रामीणों में खासा रोष बना हुआ है। वहीं लोगों का कहना है कि अगर खेल मैदान का कार्य शुरू नहीं हुआ तो जो पैसे सरकार ने खेल मैदान बनाने के लिए दिए थे वह वापिस हो जाएंगे और नालागढ़ क्षेत्र खेल मैदान से वंचित रह जाएगा, नालागढ़ क्षेत्र के लोगों ने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि खेल स्टेडियम का कार्य जल्दी शुरू होना चाहिए। नालागढ़ के वार्ड नंबर 6 के पार्षद महेश गौतम ने कहा कि हमने बड़े प्रयासों से खेल स्टेडियम के लिए 50 लाख रुपए की राशि स्वीकृत करवाई थी।

लेकिन नालागढ़ के भाजपा नेता व पूर्व विधायक अपनी सरकार होने के बावजूद भी 5 सालों में खेल स्टेडियम बनाने में नाकाम साबित हुए है। वहीं इस मामले में पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिशाषी अभियंता ने बताया कि नालागढ़ के किरपालपुर में खेल स्टेडियम के लिए 2016 में विभाग को डरैक्टर स्पोर्ट्स से 5 करोड़ रूपए की राशि में से 50 लाख रुपए लोक निर्माण विभाग को पहली किस्त के तौर पर दे दिए थे उन्होंने बताया कि ड्रिफ्टर्स फोर्थ फोर्थ की ओर से अभी तक नक्शा अप्रूव नहीं किया गया है जैसे ही नक्शा अप्रूव होता है तो जल्द ही इसका कार्य की शुरुवात करवा दि जाएगी। अब देखना यह होगा कि कब तक यह खेल स्टेडियम बनेगा या इसी तरह लोगों को आश्वासन मिलते रहेंगे।