आठ महीने बाद खुले प्रदेश के स्कूल, पहले दिन कम रही छात्रों की संख्या

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। शिमला
कोरोना महामारी के कारण लगभग आठ महीने बाद हिमाचल प्रदेश में स्कूल खुल गए हैं। पहले चरण में सरकार ने 9वीं से लेकर 12वीं तक के स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। साथ ही कॉलेज खोलने को लेकर भी मंजूरी दी है, लेकिन स्कूल में बच्चों की हाजिरी को जरूरी नहीं किया गया है, जो बच्चे स्कूल नहीं आना चाहते है उनके लिए छूट दी गई है और ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखने के स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं। स्कूल खुलने के पहले दिन काफी कम संख्या में बच्चे स्कूल पहुंचे। शिमला में स्कूलों में कोरोना से बचने के व्यापक प्रबंध किए गए हैं।

स्कूलों में कोरोना संक्रमण से बचने के किए गए हैं पर्याप्त इंतजाम

शिमला के राजकीय कन्या आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पोर्टमोर में 9वीं से लेकर 12वीं तक 1232 लड़कियां पढ़ाई करती हैं, लेकिन कोरोना महामारी के भय के कारण पहले दिन केवल 35 लड़कियां ही स्कूल पहुंची। पोर्टमोर स्कूल के प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार सूद ने बताया कि स्कूल में कोरोना महामारी से बचने के पूरे इंतजाम किए गए हैं। एंट्री गेट पर सेनेटाइजिंग और थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की है। इसके अलावा स्कूल में भीड़ ने बढ़े इसके लिए मॉर्निंग और इवनिंग दो शिफ्टों में बच्चों की क्लास लगाई की रणनीति बनाई है अगर बच्चे स्कूल अच्छी संख्या में पहुंचते हैं।

वहीं, अध्यापकों और बच्चों ने कहा कि काफी लंबे अरसे के बाद स्कूल आना काफी अच्छा लग रहा है। बच्चों की पढ़ाई भी स्कूल में अच्छी तरह से हो पाएगी क्योंकि ऑनलाइन स्टडी में जो डाउट बच्चों के पढ़ाई को लेकर रहते हैं वो अच्छी तरह से हल नहीं हो पाते हैं। इसलिए स्कूलों का खुलना जरूरी था। हालांकि अभी बच्चे कम ही आए हैं, लेकिन उम्मीद है कि आने वाले दिनों में संख्या बढ़ेगी। कोरोना महामारी के बीच खुले स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है, लेकिन उम्मीद है कि आने वाले दिनों में संख्या ब

ढ़ेगी और देश का भविष्य कहलाये जाने वाले बच्चे अपनी पढ़ाई सुचारू रूप से कर पाएंगे।