हमीरपुर में हड़कंप, सुबह से शाम तक बजते रहे एंबुलेंस के सायरन

एसके शर्मा। हमीरपुर

जिला हमीरपुर में वीरवार का दिन जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए बेहद भाग दौड़ भरा रहा। स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन और पुलिस को खूब पसीना बहाना पड़ा। वीरवार को जिला में एक दिन में ही कोरोना संक्रमण के 31 नए मामले सामने आए हैं, जो न केवल जिला की जनता बल्कि प्रदेश सरकार के लिए भी बेहद चिंता का विषय बन गया है।

इनमें से 90 फीसदी लोग वह हैं, जो हाल ही में श्रमिक ट्रेन में सवार होकर मुंबई, कर्नाटक और दिल्ली समेत अन्य बाहरी राज्यों से हमीरपुर आए हैं। वीरवार को सुबह दस बजे कोरोना संक्रमण के पांच नए मामले सामने आने के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को कोविड-19 अस्पताल में शिफ्ट करने की तैयारी में जुटा ही था कि दोपहर बाद शाम चार बजे पांच और नए मामले सामने आ गए।

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थोड़ी देर के बाद छह नए मामले और कुछ मिनट के बाद चार नए मामले सामनेआने से यह आंकड़ा 31 पहुंच गया, जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग की एंबुलेंस कोविड-19 केयर सेंटर डुग्घा और भोटा से नादौन, बड़सर, टौणीदेवी, भोरंज और सदर हमीरपुर में इधर से उधर सायरन बजाती दौड़ती दिखी। पूरा जिला एंबुलेंस के सायरनऔर सड़कों पर जगह-जगह एंबुलेंस नजर आने से लोगों में हड़कंप मच गया।

कुछ दिन पहले हमीरपुर जिला ऑरेंज जोन में था, जिसके चलते जिलावासियों की सुविधा के लिए कर्फ्यू में ढील का समय आठ घंटे किया गया। कोरोना मुक्त की राह पर चल रहा हमीरपुर जिला वीरवार को अचानक कोरोना के जंजाल में फंसता नजर आ गया। अब यह जिला रेड जोन की तरफ जाता दिख रहा है, जो कि चिंता का विषय है।

वीरवार को जहां-जहां कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं, उन गांवों को सील कर कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। उधर, उपायुक्त हमीरपुर हरिकेश मीणा ने कहा कि लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है, कोरोना वॉरियर्स मेहनत के साथ अपने क्षेत्र में जुटे हैं। जनता बस कोरोना एडवाइजरी का पालन कर सहयोग करें।