सुजानपुर होली मेले पर रोक, सिर्फ होगी पूजा-अर्चना

एसके शर्मा। हमीरपुर

चार दिवसीय राष्ट्रस्तरीय सुजानपुर होली उत्सव की तैयारियों पर ब्रेक लग गई। प्रदेश सरकार के मेलों पर रोक के आदेशों के बाद शनिवार को सुजानपुर मेला उत्सव कमेटी ने मेले के आयोजन को रद्द करने का निर्णय लिया है। अब सिर्फ प्राचीन रीति-रिवाज से मुरली मनोहर मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ मेले की रस्में निभाई जाएंगी। राष्ट्रीय स्तरीय उत्सव को रद्द करने के निर्णय के साथ ही उत्सव की करीब एक माह से चल रही सभी तैयारियां धराशायी हो गईं हैं।

चार दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों को लेकर 17 मार्च से हमीरपुर के बचत भवन में ऑडिशन चल रहे थे। शनिवार को भी कई कलाकारों के ऑडिशन लिए गए। शिमला, सोलन, कुल्लू, मंडी, कांगड़ा और चंबा समेत अन्य जिलों से करीब 350 कलाकारों ने निजी वाहनों और बसों में हमीरपुर पहुंच ऑडिशन दिए हैं, लेकिन सारी मेहनत पर पानी फिर गया। वहीं, होली उत्सव कमेटी ने चौगान को सजाने के लिए फूलों, पार्किंग, झूलों और सफाई कार्य का ठेका आवंटित कर दिया था, जबकि चौगान में सजने वाली दुकानों की मार्किंग चल रही थी।

न केवल जिला हमीरपुर बल्कि कांगड़ा, मंडी और बिलासपुर और ऊना से भी इस राष्ट्रीय स्तरीय उत्सव को देखने के लिए हजारों लोग पहुंचते हैं। उधर, उपायुक्त हमीरपुर देवश्वेता बनिक ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने मेलों के आयोजन पर रोक लगाई है। इसके चलते इस बार सुजानपुर का होली उत्सव नहीं होगा। महज मेले की रस्में निभाने के लिए एसओपी के तहत मंदिर में पूजा-अर्चना होगी। वहीं, दियोटसिद्ध मंदिर में भी लंगर पर पाबंदी रहेगी।

एसओपी के तहत ही चलेंगे चैत्र मेले
वहीं, दियोटसिद्ध में 14 मार्च से 13 अप्रैल तक चलने वाली वार्षिक चैत्र मेलों को लेकर भी प्रशासन ने एसओपी जारी कर दी है। मेले में दर्शनों के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने, सामाजिक दूरी नियमों का पालन करने बारे निर्देश जारी किए हैं। खुले में लगने वाले लंगरों को पाबंदी लगा दी है।