टांडा के चिकित्सकों की देखरेख में 1216 रोगियों ने कोरोना को दी मात

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। धर्मशाला

डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में गत पांच माह में उपचाराधीन कोविड से संक्रमित 1216 लोग कोरोना को मात देकर घर सकुशल लौटे हैं। इनमें से अधिकांश रोगी गंभीर रूप से कोरोना से संक्रमित थे। उल्लेखनीय है हमीरपुर, ऊना, चंबा तथा कांगड़ा के विभिन्न क्षेत्रों से कोरोना संक्रमित रोगियों को डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिए भर्ती करवाया जाता है। मेडिकल कालेज में ऑक्सीजन सहित बेड के साथ वेंटिलेटर की सुविधा भी रोगियों को उपलब्ध करवाई गई है।

  • मेडिकल कॉलेज का स्टाफ दिन-रात कोविड रोगियों की सेवा में है तत्पर
  • लक्षण होने पर टेस्ट करवाएं, घरेलू उपचार में समय न करें व्यर्थ : डॉ भानु

डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ भानु अवस्थी ने बताया कि मेडिकल कालेज की चिकित्सकों की टीम दिनरात एक करके कोरोना से गंभीर रूप से संक्रमित रोगियों का उपचार कर रही है। उन्होंने बताया कि मई माह में डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में कोविड से संक्रमित 901 रोगी उपचार के लिए भर्ती किए गए, जिनमें से 600 रोगी कोरोना से स्वस्थ होकर घर वापस गए हैं। इसी तरह से अप्रैल माह में 589 कोविड रोगी भर्ती हुए थे, जिनमें से 424 रोगी ठीक हुए हैं।

उन्होंने बताया कि मार्च माह में 147 रोगी उपचार के लिए भर्ती हुए, जिनमें से 120 रोगी स्वस्थ होकर वापस घर लौटे हैं, इसी तरह से फरवरी माह में कोविड के 60 रोगी भर्ती हुए जिनमें से 27 रोगी स्वस्थ हुए हैं। जनवरी माह में कोविड के साठ रोगी भर्ती हुए, जिनमें से 45 रोगी स्वस्थ होकर घर लौटे हैं।

प्रिंसिपल डा भानु अवश्थी ने कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज में अधिकांश कोविड रोगी विभिन्न जिलों से रेफर होकर आते हैं, जिनमें से कई रोगियों में संक्रमण की स्थिति भी अति गंभीर रहती है। ऐसे सभी रोगियों की उचित देखभाल के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज में विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में उपचार किया जाता है तथा स्वास्थ्य मापदंडों की पूरी मॉनिटरिंग भी सुनिश्चित की जाती है।

उन्होंने कहा कि लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखते हुए सामाजिक दूरी, मास्क का उपयोग, हाथों को बार बार धोने के लिए तत्पर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि खांसी, जुकाम इत्यादि के लक्षण होने पर तुरंत कोविड टेस्ट करवाना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही किसी भी स्तर पर घरेलू उपचार में समय व्यर्थ नहीं करें, तुरंत चिकित्सकों के निर्देशों के अनुसार ही उपचार प्रारंभ करें, ताकि संक्रमण को प्रारंभिक तौर पर ही फैलने से रोका जा सके।