नाथ संप्रदाय की तपस्थली बनेगा तीर्थराज प्रयाग, CM योगी आदित्यनाथ करेंगे भूमिपूजन

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

तीर्थराज प्रयाग भी जल्द ही हठयोग की साधना पद्धति पर आधारित नाथ संप्रदाय के महात्माओं की तपस्थली बनेगा। अखिल भारत वर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा ने इसके लिए जमीन खरीद ली है। महासभा के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की स्वीकृति पर अरैल में सोमेश्वर महादेव मंदिर के पास दो बीघा एक बिस्वा जमीन की रजिस्ट्री कराई गई है। एक बीघा जमीन और खरीदने की तैयारी है। खरीदी गई जमीन पर बाउंड्रीवॉल का काम मकर संक्रांति के बाद शुरू कराया जाएगा। जमीन में ‘गोरक्षनाथ मंदिर व गोरक्षनाथ अखाड़ा’ भवन का निर्माण कराया जाएगा। हरिद्वार कुंभ बीतने के बाद अप्रैल महीने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भूमि पूजन करके निर्माण आरंभ कराएंगे। निर्माण पूरा होने पर नाथ संप्रदाय के महात्मा यहां अनुष्ठान, साधना कर सकेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पीठाधीश्वर : मौजूदा समय में 20 हजार से अधिक महात्मा नाथ संप्रदाय से जुड़े हैैं। यह हिमालय, कंदराओं व अलग-अलग स्थानों पर जनकल्याण के लिए तपस्या में लीन हैं।

प्रमुख मठ व मंदिर गोरखपुर में गोरक्षनाथ का है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पीठाधीश्वर हैं। हरिद्वार, उज्जैन, नासिक, ऋषिकेश और कुरुक्षेत्र में नाथ संप्रदाय के आश्रम है। प्रयागराज कुंभ 2019 के बाद से ही यहां भी गोरक्षनाथ मंदिर व अखाड़ा का आश्रम बनवाने के लिए जमीन ढूंढी जा रही थी। यह सोमेश्वर महादेव मंदिर के पास मिली।  भारतीय जनता युवा मोर्चा महानगर अध्यक्ष विनय कुमार मिश्र ‘सिंटू’ व ध्यानदास महाराज बैनामे के गवाह हैं। जमीन के करीब बह रहे कच्चे नाले को पक्का करने के लिए नगर निगम ने टेंडर जारी कर दिया है। महासभा के महामंत्री योगी चेताईनाथ कहते हैैं कि प्रयागराज स्थित आश्रम में 60 कमरे वाला धर्मशाला बनेगा। विशाल भंंडार गृह में दो हजार लोगों के लिए भोजन एक साथ बनाने व खिलाने का प्रबंध रहेगा। विशाल हाल में महात्मा धूनी रमाएंगे।

भजन-कीर्तन के लिए अलग से सभागार बनाया जाएगा।  आश्रम में नाथ संप्रदाय के आराध्य गुरु गोरक्षनाथ का भव्य व विशाल मंदिर बनाया जाएगा। 60 फीट ऊंची और 30 फीट चौड़ी गुरु गोरक्षनाथ की संगमरमर की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। चार फीट का सिंहासन और मंदिर के बाहर ध्वज स्थापित होगा। ‘गोरक्षनाथ मंदिर व गोरक्षनाथ अखाड़ा’ में भजन-पूजन के साथ योग की कक्षा भी चलेगी। योगी राजनाथ योग का प्रशिक्षण देंगे। साथ ही औषधालय भी बनाया जाएगा। अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा के पहले अध्यक्ष दिग्विजयनाथ जी महाराज थे। फिर महंत अवेद्यनाथजी महाराज अध्यक्ष बने। उनके ब्रह्मलीन होने के बाद योगी आदित्यनाथ अध्यक्ष हैं।