स्तोथर व धुसाड़ा के बीच पड़ने वाली खड्ड लोगों के लिए बन रही जी का जंजाल

उज्ज्वल हिमाचल। ऊना

स्तोथर से धुसाड़ा सहित कई गांवों को जोड़ने वाले पुल का निर्माण शिलान्यास पट्टिका तक ही सीमित रह गया है। स्थानीय खड्ड पर इस पुल का निर्माण किया जाना था। वर्ष 2022 में भाजपा के तत्कालीन विधायक बलवीर सिंह ने पुल निर्माण के लिए शिलान्यास किया था। पुल निर्माण पर करीब 1.50 करोड़ रुपये खर्च होने थे।

शिलान्यास होने के बाद भी पुल का निर्माण कार्य शुरू न होने से करीब 10 पंचायतों के लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को दूसरे गांवों के संपर्क मार्गों से होकर मुख्य मार्ग धुसाड़ा या फिर भैरा तक की दूरी तय करनी पड़ती है। ग्रामीणों को लंबी दूरी तय कर अन्य गंतव्यों की ओर भी आना जाना पड़ रहा है। लोक निर्माण विभाग ने स्तोथर, धुसाड़ा एवं पल्लियां को जोड़ने वाले 44 मीटर लंबे पुल का निर्माण एक वर्ष पूर्व शुरू किया था। मगर प्रदेश में सरकार बदलते ही पुल का निर्माण कार्य थम गया। 10 महीने से इसका कार्य ठप पड़ा है। पुल समय रहते बन जाता तो आम जन के अलावा नौकरी पेशा लोगों सहित विद्यार्थियों और किसानों को काफी लाभ मिलना था। मगर विभागीय ढीली कार्यप्रणाली और नई सरकार की अनदेखी के कारण बरसात में भी लोगों को एक गांव से दूसरे गांव जाने के लिए परेशानी उठानी पड़ी।

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बता दें की बरसात के दिनों में स्तोथर और धुसाड़ा के बीच पड़ने वाली खड्ड लोगों के लिए जी का जंजाल बन रही है। अधिकतर लोग खेतीबाड़ी और पशुपालन के सिलसिले में खड्ड के आरपार आते-जाते रहते हैं। इसके अलावा नौकरी पेशा लोगों को पल्लियां होते हुए धुसाडा पहुंचना पड़ता है। पुल बनने से दोनों गांव की चार किलोमीटर की दूरी कम होगी। एक वर्ष पहले कार्य शुरू हुआ था, लेकिन आगे बजट का प्रावधान न होने की वजह से कार्य बंद है।

जैसे ही बजट का प्रावधान होगा तुरंत कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इस पुल के बनने से लोगों के जानमाल की रक्षा होगी। समय और धन की भी बचत होगी। खड्ड की गहराई तटीकरण से अधिक होने के कारण खतरा बनता जा रहा है। यदि पुल बनता है तभी समस्या का समाधान होगा। हजारों लोगों को इसका लाभ होगा।

ब्यूरो रिपोर्ट ऊना 

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