उज्जवल हिमाचल। नूरपुर
शिकायतकर्ता बुआदिता पुत्र शमशेर सिंह निवासी गांव वरल तहसील नूरपुर की शिकायत पर नशा निवारण केंद्र नूरपुर के खिलाफ मुकदमा नूरपुर थाने में पंजीकृत हुआ। बुआदिता ने आरोप लगाया कि उसके बेटे रशपाल सिंह जिसकोे उसने पिछले कल इलाज के लिए नशा निवारण केंद्र नूरपुर में दाखिल करवाया था।
शुक्रवार को नशा निवारण केंद्र से फोन पर बताया गया कि उसके बेटे रशपाल की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई है। लेकिन जब मृतक के पिता बुआदिता ने नशा निवारण केंद्र में जाकर अपने बेटे को गहनता से चेक किया तो उसके शरीर पर चोटों के निशान पाए गए।
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जिससे उसे प्रतीत हुआ कि उसके बेटे की मौत हार्ट अटैक से नहीं बल्कि नशा निवारण केंद्र के कर्मचारियों द्वारा पीट-पीटकर हत्या की गई। उपरोक्त अभियोग में तीन आरोपीगण जिसमें नशा निवारण केंद्र नूरपुर के कर्मचारी प्रशांत निवासी नूरपुर सन्नी कुमार जोकि इलाज नशा निवारण केंद्र नूरपुर में ही था तथा एक अन्य आरोपी कुणाल निवासी नूरपुर को हिरासत में लेकर आगामी तफ्तीश थाना नूरपुर द्वारा अमल में लाई जा रही है।
नूरपुर थाना प्रभारी सुरेन्द्र धीमान ने देते हुए बताया कि यह मामला नूरपुर थाने में पंजीकृत किया गया है। मामले की छानबीन भी जारी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्यवाही होगी। गठित पुलिस टीम इस मामले की जांच कर रही है। इस मामले में उपचार करने वाले स्टाफ से भी पुछताछ टीम कर रही है।
स्वास्थ्य विभागों से भी सलाह ली जायेगी। पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार को संस्कार के लिऐ सौंप दिया गया। आज परिवार वाले पैतृक गांव में संस्कार होगा। उल्लेखनीय है कि नुरपुर में यह नशा निवारण केन्द जिला कांगडा स्थित धर्मशाला की जिला रैड क्रॉस सोसॉइटी काफी सालों से चला रही है।