गोविन्द सिंह ठाकुर काे शिक्षा मंत्री बनने पर बेरोजगार संघ ने दी बधाई

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

हिमाचल प्रदेश प्रशिक्षित वेरोजगार अध्यापक संघ के प्रैस सचिव प्रकाश चंद ने जारी प्रैस नोट में कहा कि संघ की आनलाइन मीटिंग हुई। वैठक में संघ के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह मनकोटिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विजय सिंह, महासचिव मनीष डोगरा, सचिव लेख राम, उपाध्यक्ष अजय रत्न व संजय राणा, मुख्य संगठन सचिव पुरषोत्तम दत्त, वित्त सचिव संजीव कुमार, संगठन सचिव यतेश शर्मा, हरिंद्र पाल व सपना, आडिटर सुधीर शर्मा एवं रणयोध सिंह, जिलाध्यक्ष कांगड़ा निर्मल सिंह, जिलाध्यक्षा ऊना रजनी वाला, जिलाध्यक्ष विलासपुर किशोरी लाल एवं जिला उपाध्यक्ष मंडी सुरिंदर सिंह आदि ने अपने सांझा बयान में कहा कि गोविन्द सिंह ठाकुर का शिक्षा मंत्री बनने पर बेरोजगार संघ ने बधाई दी है।

सरकार ने प्रदेश के सभी पात्र उम्मीदवारों को समान अवसर देने के लिए तथा शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए नियमानुसार भर्ती नियम बनाएं। भर्ती नियमों के अनूसार नियमित शिक्षकों की भर्ती या तो कमिशन से हो सकती है या वैचवाईज प्रक्रिया के तहत हो सकती है। 2006 से लेकर 2018 तक अस्थाई शिक्षिक स्टाप गैप अरेंजमेंट के नाम पर विना कमिशन विना वैचवाईज इस शर्त पर भर्ती
किए गए थे कि जैसे ही नियमित शिक्षिक आएगा, वैसे ही अस्थायी शिक्षिकों की सेवाऐं अपने आप समाप्त हो जाएंगी।

सरकार द्वारा नियमित शिक्षिक समय पर नहीं भेजने के कारण काफी उमीदवार ऐसे भी हैं, जो पिछले 14 साल से शिक्षिक वन कर वैठे हैं, लेकिन वे भर्ती के समय बीएड नहीं थे। यह भी सच है कि इन अस्थाई शिक्षकों को 2006-2020 तक हुई सभी नियमित शिक्षकों की भर्तीयों में रोजगार के समान अवसर मिल चुके हैं, लेकिन दुर्भाग्यवश वेरोजगारों को अस्थाई शिक्षकों की भर्तीयों में रोजगार के समान अवसर नहीं, मिले जिसके कारण बेरोजगार पिछले 21 वर्ष से नौकरी का इंतजार कर रहे हैं और इनकी आयू 45 वर्ष होने वाली है।

ज्ञात रहे इन भर्तीयों में एक भी भर्ती वैचवाईज नहीं हुई, जिससे 1999-2005 वैच के सभी पात्र उम्मीदवार अभी भी बेरोजगार हैं। बेरोजगारी के कारण इनकी संतान का मानसिक और आर्थिक उत्पीड़न भी हो रहा है।यदि भर्ती नियमों की कड़ाई से पालना होती, तो बेरोजगारों के साथ ऐसा घोर अन्याय न होता, अब नए शिक्षा मंत्री से वेरोजगारों को आशा की किरण दिखाई दे रही कि वह उनकी समस्याओं का निराकरण करेंगे और इन अस्थाई शिक्षकों की भर्तीयों में प्रदेश के सभी पात्र उमीदवारों को नियमानुसार रोजगार के समान अवसर दिलवाएंगे।