करोड़ों के ईपीएफ जमा न करवा कर दिया जा रहा घोटाले काे अंजाम : यूनियन

उमेश भारद्वाज। मंडी

हिमाचल प्रदेश आउटसोर्स इंप्लाइज यूनियन का जिला सम्मेलन शनिवार को मंडी जिला के सुंदरनगर में आयोजित किया गया। इस मौके पर हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। सम्मेलन में प्रदेश सरकार के द्वारा विभाग में आउटसोर्स व्यवस्था को एक गैर-जिम्मेदार और शोषण आधारित व्यवस्था बताया गया है। इसके तहत कुछ सर्विस प्रोवाइडर के द्वारा न्यूनतम वेतन से कर्मचारियों को महरूम रखा जाता है। इसके अलावा सर्विस प्रोवाइडर के द्वारा करोड़ों रुपए ईपीएफ कर्मचारियों के खाते में जमा न करवा कर बड़े घोटाले काे अंजाम दिया जा रहा है।

प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने कहा कि विभिन्न दुर्घटनाओं में मारे जा चुके आउटसोर्स कर्मचारियों के परिजनों को किसी किस्म की आर्थिक सहायता न मिल पाने से यह परिवार दो वक्त की रोटी से भी महरूम हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि परिवारों को बच्चों की शिक्षा का खर्चा उठा पाना भी इन परिवारों के लिए संभव नहीं है। उन्होंने कहा कुछ सर्विस प्रोवाइडर्स आउटसोर्स कर्मचारियों को समय पर वेतन देने के बजाय महीने के अंत में वेतन देते हैं और कई बार दो-दो महीने के बाद देते हैं। उन्होंने बोर्ड प्रबंधन और राज्य सरकार से प्रथम सप्ताह में ही वेतन अदायगी सुनिश्चित करवाने की मांग की है।

उन्होंने कहा कि यूनियन कर्मचारियों का ईपीएफ और ईपीएफ डकारने वाले सर्विस प्रोवाइडरों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग करती है। उन्होंने वर्तमान में काम कर रहे आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए स्थाई नीति बना कर उन्हें विभाग में समायोजित करने और भविष्य में आउटसोर्स की भर्ती पूरी तरह से बंद कर इसे बोर्ड के माध्यम से ही करनी भर्ती प्रक्रिया को अंजाम देने की मांग की। इस मौके पर यूनियन के उप महासचिव जगमेल सिंह ठाकुर, उपाध्यक्ष दौलत राणा, रूप लाल और मुनी लाल, सचिव रमेश चंद, आउटसोर्स इंप्लाइज यूनियन के जिला अध्यक्ष दिनेश ठाकुर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष खूब राम, राजेंद्र कुमार व सचिव अजय ठाकुर भी उपस्थित रहे।