पति के सामने गर्भवती से की हैवानियत, विरोध पर पीटते रहे और वो गिड़गिड़ाती रही

उज्जवल हिमाचल । डेस्क

आगरा के थाना एत्मादपुर क्षेत्र में पति को बंधक बनाकर पत्नी से सामूहिक दुष्कर्म करने वाले आरोपियों ने हैवानियत की हद पार की थी। शुक्रवार को गिरफ्तार हुए आरोपी योगेश ने पुलिस की पूछताछ में यह सच उगला है। उसने पुलिस को बताया कि वे लोग पति-पत्नी को प्रेमी-प्रेमिका समझ जबरन जंगल में ले गए थे। उनके आपत्तिजनक वीडियो बनाए, फोटो खींचे। इसके बाद ब्लैकमेल कर विवाहिता से दुष्कर्म किया। विवाहिता तीन महीने की गर्भवती है। वह और उसका पति गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन आरोपियों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं।

एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि 29 मार्च की शाम को पीड़िता पति के साथ मायके जा रही थी। झरना नाला के पास तीन आरोपियों ने दोनों को रोक लिया था। इसके बाद पीड़िता और उसके पति को जंगल में ले जाकर मारपीट की थी। विवाहिता से सामूहिक दुष्कर्म किया था। मोबाइल से वीडियो और फोटो भी बनाए थे। पीड़ित दंपती ने मामले में गौरीशंकर, मोनू और एक अन्य के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपी गौरीशंकर निवासी इंदिरा ज्योति नगर, शाहदरा को 31 मार्च को गिरफ्तार कर लिया गया।

गौरीशंकर ने अपने एक साथी का नाम योगेश कुमार निवासी पालीवाल गली, शाहदरा बताया था। शुक्रवार को आरोपी योगेश कुमार को वाटरवर्क्स चौराहे से गिरफ्तार कर लिया। उसे जेल भेजा गया है। उसके पास से 1160 रुपये, मारपीट में प्रयुक्त लकड़ी का डंडा बरामद किया गया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपी योगेश ने बताया कि झरना नाला के पास उसके रिश्तेदार की दुकान है। वह गौरी और मोनू के साथ होली खेलने गया था। रास्ते में रिश्तेदार की दुकान पर खड़ा हो गया। तभी पति-पत्नी आते दिखे। उन्हें देखकर पीछे लग गए। दोनों को रोकने के बाद धमकी दी। इसके बाद जंगल में ले गए। उनसे गालीगलौज की।

तीनों आरोपियों को लग रहा था कि पति-पत्नी प्रेमी-प्रेमिका है। इस पर पति-पत्नी को निर्वस्त्र कराकर जबरन आपत्तिजनक फोटो खींचे। वीडियो भी बनाया। उनसे कहा कि वीडियो और फोटो वायरल कर देंगे। इन फोटो और वीडियो को दिखाकर ही तीनों ने विवाहिता के साथ दुष्कर्म किया। विरोध करने पर पति की पिटाई लगाई। इससे विवाहिता डर गई। उनके रुपये, कुंडल लूट लिए। घटना के बाद पति-पत्नी काफी डर गए थे। आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकी देकर गए थे। इस कारण दोनों आधा घंटे बाद बाहर आए थे। उन्हें डर था कि आरोपी फिर से आ सकते हैं।